गौरलब है कि एक दंतैल हाथी जशपुर जिले के जंगल से भटकते हुए सोमवार की रात सीतापुर क्षेत्र के शिवनाथपुर जंगल में पहुंचा था, जहां जंगल किनारे मौजूद घरों को क्षति पहुंचाते हुए नोनियाटांगर ललितपुर पहुंचा। यहां उसने समला पिता दुहना उम्र 60 वर्ष के घर को क्षतिग्रस्त करते हुए अंदर रखे धान को अपना निवाला बनाया।
यहां के बाद हाथी जंगल के रास्ते होते हुए ग्राम बेलजोरा जंगलपारा पहुंचा, जहां सुनसान जगह पर स्थित कच्चे मकान में तोडफ़ोड़ करने लगा। तोडफ़ोड़ के दौरान हाथी की चिंघाड़ सुन घर में अकेले सो रहे 80 वर्षीय बुजुर्ग विश्वनाथ यादव पिता जगदेव यादव हाथ मे टॉर्च लिए घर से बाहर निकले।
बाहर निकलते ही बुजुर्ग ने हाथी को भगाने की नीयत से हाथ में रखा टॉर्च जलाकर रोशनी हाथी पर दे मारा। टॉर्च की रोशनी से भागने की बजाय दंतैल हाथी ने बुजुर्ग पर हमला बोल दिया।
दंतैल ने पहले सूंड में लपेटकर बुजुर्ग को जमीन पर पटक दिया फिर पैरों से रौंदकर शव के कई टुकड़े कर दिए।उक्त घटना को मृतक के घर से कुछ दूर स्थित मकान के अंदर निवासरत परिजन देख रहे थे।
लेकिन दंतैल हाथी का आक्रामक रूप देखकर उनकी घर से बाहर निकलने की हिम्मत नही हुई।इस घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस एवं वन विभाग के अधिकारियों ने शव का पीएम करा परिजन को सौप दिया।
जंगल की ओर न जाने की समझाइश
वन विभाग के अधिकारियों ने लोगों को देर रात जंगल न जाने एवं जंगली हाथियों को न छेडऩे की समझाइश दी है। इस संबंध में वनपरिक्षेत्राधिकारी विजय कुमार तिवारी ने बताया कि घटना के बाद तात्कालिक सहायता राशि के रूप में परिजनों को 25 हजार रुपए उपवनमण्डलधिकारी पीएस मिश्रा द्वारा दिए गए हैं। मुआवजे की शेष राशि औपचारिकता पूरी करने के बाद पीडि़त परिवार को दे दी जाएगी।