बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भागवतपुर निवासी जीतन बघेल 32 वर्ष डेढ़ वर्ष से अंबिकापुर के गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत सुभाषनगर में दुलाल मंडल के किराए के मकान में रहता था।
सप्ताहभर पूर्व वह अपने घर गया था। इस दौरान उसके रिश्ते में लगने वाला भांजा जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सरडीह निवासी 22 वर्षीय पंकज टोप्पो पिता प्रेमसाय भागवतपुर पहुंचा। यहां से दोनों मामा-भांजा 5 दिन पूर्व मजदूरी करने अंबिकापुर आ गए। 3 दिन मजदूरी करने के बाद जीतन 1 मई को ग्राम सरडीह में शादी में शामिल होने चला गया। 3 मई की शाम करीब 5 बजे वह अपनी पत्नी बसंती के साथ सुभाषनगर स्थित किराए के मकान में पहुंचा तो दरवाजा भीतर से बंद था।
दीवार पर लिखी मिली ये बातें…
भांजे को फांसी पर लटका देख जीतन गांधीनगर थाने पहुंचा और मामले की सूचना दी। पुलिस जब किराए के मकान में पहुंची तो जांच में दीवार पर ‘जाओ मेरी जान, अब कभी लौटकर नहीं आऊंगा, बस खुश रहना’, लिखा मिला।
प्रथमदृष्ट्या मामला प्रेम प्रसंग का प्रतीत होने के बाद पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाकर पीएम के लिए भेजा। पीएम पश्चात 4 मई को पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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तीसरी बार में फांसी लगाने में हुआ सफल
पुलिस जब किराए के कमरे में पहुंची तो छत की लकड़ी के जींस व नेवार भी लटका हुआ था। जबकि साड़ी में पंकज का शव लटका था। इससे पुलिस अंदाजा लगा रही है कि पहले उसने जींस व नेवार के सहारे फांसी लगाने की कोशिश की होगी। फांसी लगाने उसने तीसरी बार उसने साड़ी का सहारा लिया होगा।