ग्रामीण जयमलसिंह, रविंद्रसिंह, गौरी राजपूत, मोहित राजपूत, रजनेश मजोका आदि ने बताया कि 13 जून को आयोजित उपखंड स्तरीय जनसुनवाई में हमारे गांव की महिलाओं ने जल संकट की समस्या को लेकर शिकायत दी थी। आरोप है कि उसके बाद जलदाय विभाग के ठेकेदार की ओर से रात्रि में जेजेएम योजना का कार्य पूर्ण होने का बोर्ड लगा दिया और फोटो खींचकर अपने अभियंताओं को डाल दिया, जबकि मौके पर जेजेएम योजना के तहत जो बोर्ड लगाया गया, वह कार्य पूरा ही नहीं हुआ। वह अधूरा पड़ा है।
11 मई को कार्य करना था पूर्ण ठेकेदार की ओर से लगवाए के बोर्ड में 94.75 लाख रुपए की जेजेएम योजना का कार्य 11 अगस्त 2023 को चालू होना दर्शाया गया है और 11 मई 2024 को कार्य पूर्ण करना था, लेकिन अभी तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ। मौके पर एक बोर किया हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि उस बोर में पानी नहीं है।
इसलिए अधूरे : जलदाय विभाग के अनुसार ठेकेदार की ओर से एक साथ 10 से 12 काम ठेके दार ने ले रेखे हैं, जिसके कारण काम अधूरे हैं। इनके पास उपकरण कम मात्रा में है, जिसके कारण जेजेएम योजना का काम पिछड़ रहा है।
अभी काम पूरा नहीं हुआ है अभी काम पूरा नहीं हुआ है। काम को पूरा होने में 3 से 4 महीने लगेंगे। जिओ ट्रेकिंग के लिए बोर्ड लगाया था। अभी केवल हमने बोर करवाया था। टंकी, रूम निर्माण सहित अन्य काम अभी बाकी है।
अशोक चौधरी, मेसर्स महादेव बोरवेल, जोधपुर। ……………… बोर्ड आमजन की सूचना के लिए लगवाया है बोर्ड आमजन की सूचना के लिए लगवाया है। जल्द ही काम चालू हो जाएगा। कार्य पूर्ण की तिथि निकल जाने पर पैलंटी लगाने का प्रावधान है। बोर में पानी है। अगर पानी नहीं होगा तो योजना ही खत्म है। बोर में कुछ दिन पहले मोटर डालने का प्रयास किया था, लेकिन कोई पत्थर है, उस कारण मोटर नहीं लग सकी।
एसडी मीणा, सहायक अभियंता जलदाय विभाग, लक्ष्मणगढ़।