ढांढोली, बहाला व सांखला गांव की 31 हेक्टेयर जमीन पर बसेगी आधुनिक कॉलोनी
यूआईटी की अपनी 31 हेक्टेयर जमीन ढांढोली, बहाला, सांखला गांव में है। इसकी सभी औपचारिकताएं पहले ही पूरी कर दी गई हैं। ऐसे में कॉलोनी को धरातल पर आने में समय नहीं लगेगा। इसका सॉफ्ट डिजाइन लगभग तैयार है। भूखंडों के आकार से लेकर कॉमर्शियल एरिया, पार्क, सड़कों का आकार-प्रकार तय है। कॉमर्शियल एरिया में कुछ सरकारी कार्यालयों की स्थापना की जा सकती है। आईटी कंपनी या अन्य कंपनियां को भी यूआईटी निमंत्रण देने की तैयारी कर रही है। एक इंजीनियर का कहना है कि यह कॉलोनी तेजी से बसेगी।
रोहिणी, साकेत कॉलोनी का कोई पता नहीं
रोहिणी व साकेत कॉलोनी बसाने के लिए 1200 बीघा जमीन यूआईटी ने ली, लेकिन समुचित का अधिग्रहण नहीं हो पाया। कुछ ही एरिया में कब्जा लिया गया। किसानों का मुआवजा से लेकर कई प्रक्रियाएं अभी अटकी हैं। कॉलोनी बसेगी या नहीं, यह किसी को पता नहीं है। भूमि अधिग्रहण कानून के तहत किसानों को यदि पांच साल तक कोई मुआवजा नहीं दिया गया तो स्वत: ही अवार्ड निरस्त हो जाता है। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ। किसानों को न मुआवजा मिला और न यूआईटी ने कब्जा लिया।