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सरिस्का: डेढ़ साल पहले आ गई थी जांच रिपोर्ट तो प्रशासन क्यों बैठा रहा मौन

अलवर सरिस्का टाइगर रिजर्व के एक किलोमीटर के दायरे में बने होटल-रेस्टोरेंट को लेकर जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन के पास करीब डेढ़ साल पहले आ गई थी, लेकिन प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की। जांच रिपोर्ट को दबाए रखा। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि जिला प्रशासन ने जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई […]

अलवरMay 24, 2024 / 02:09 pm

Rajendra Banjara

अलवर सरिस्का टाइगर रिजर्व के एक किलोमीटर के दायरे में बने होटल-रेस्टोरेंट को लेकर जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन के पास करीब डेढ़ साल पहले आ गई थी, लेकिन प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की। जांच रिपोर्ट को दबाए रखा। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि जिला प्रशासन ने जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई किसके दबाव में रोकी? रसूखदार होटल मालिकों पर कार्रवाई के नाम पर अफसरों की कलम रुक क्यों गई?

छह विभागों की जांच रिपोर्ट में कुछ होटल ऐसे हैं, जिनकी सरिस्का से दूरी कागजों में तय ही नहीं हो पाई। जिम्मेदारी प्रशासन की थी कि इस जांच रिपोर्ट को पूर्ण करने के लिए वन विभाग को पत्र लिखा जाता और आगे की कार्रवाई की जाती, लेकिन इसकी जरूरत ही नहीं समझी गई। डेढ़ साल बाद भी होटलों से सरिस्का की दूरी का पता नहीं लग पाया। साफ तौर पर यह कहा जा सकता है कि यह विभागों का आपसी गठजोड़ है। राजस्थान पत्रिका ने गुरुवार को रिपोर्ट प्रकाशित की और प्रशासन की अनदेखी को सामने रखा, तो अधिकारी फाइलें निकालने में जुट गए हैं। होटल संचालक भी अपने बचाव का रास्ता देख रहे हैं।

ये हैं जिम्मेदार

  • जिला राजस्व अधिकारी
  • सरिस्का सीमा में आने वाले सभी उपखंडों के एसडीएम
  • सरिस्का प्रशासन
  • राजस्व निरीक्षक
  • एरिया पटवारी
इन विभागों ने की थी जांच

  • पीडब्ल्यूडी, वन विभाग, राजस्व विभाग, खान विभाग, पुलिस विभाग

राजगढ़ की ही हुई जांच, बाकी छोड़े
वर्ष 2022 में एसडीम राजगढ़ और तहसीलदार की ओर से इन अतिक्रमण को लेकर बैठक की गई थी, जिसमें इन सभी होटलों का जिक्र था जो सरिस्का से एक किलोमीटर या उसके आसपास बने हुए हैं। यह रिपोर्ट राजगढ़ से ही आई थी। इस जांच को सरिस्का से लगे दूसरे एरिया में भी बढ़ना चाहिए था लेकिन प्रशासन की कलम रुक गई। यह तमाम सवाल खड़े कर रही है।

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