गोविन्दगढ़ की छात्रा हर्षिता खंडेलवाल ने बोर्ड सैकंडरी परीक्षा में 97. 33 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। इनका लक्ष्य भविष्य में प्रशासनिक सेवा में जाने का है। हर्षिता के पिता जितेन्द्र कुमार है। ये आदर्श विद्या पीठ स्कूल की छात्रा है। हर्षिता का कहना है कि मम्मी और पापा तो मुझे प्रेरित करते ही थे। मेरे दादाजी ने मुझे आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। मैं आगे बढकऱ प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती हूं।
लक्ष्य ने किया खैरथल का नाम रोशन खैरथल. जिले के खैरथल कस्बा निवासी लक्ष्य गुप्ता ने दसवी बोर्ड परीक्षा में 97. 33 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। इनके पिता पुरुषोत्तम दास गुप्ता बानसूर के बास करणावत स्कूल के प्रधानाध्यापक हैं। इनकी मां परवीन गुप्ता गृहणी हैं। इन्होंने आदर्श विद्या मंदिर खैरथल में अध्ययन किया है। लक्ष्य सांइस मैथ लेकर प्रशासनिक सेवा में जाने का लक्ष्य रखते हैं।
लक्ष्य का कहना है कि आदर्श विद्यालय के शिक्षक, प्रधानाध्यापक और मेरे मम्मी- पापा ने मुझे आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। मुझे पहले से ही लग रहा था कि मैं इस बार अच्छे अंक लाउंगा। यदि वरीयता सूची बनती तो मेरा नाम प्रदेश की सूची में आवश्यक रूप से आता। मैं आगे भी इसी तरह मेहनत करता रहूंगा।
आठवीं में भी अव्वल रही थी रिमझिम माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की ओर से घोषित सैकंडरी कक्षा के परिणाम में लक्ष्मणगढ़ की छात्रा रिमझिम खारवाल ने 97.33 प्रतिशत अंक हासिल कर लक्ष्मणगढ़ कस्बे का नाम प्रदेश व जिले भर में रोशन किया है। यदि बोर्ड की ओर से इस बार वरीयता सूची बनाई जाती तो रिमझिम प्रदेश के टॉप 10 बच्चों में पाने में सफल रहती। कस्बे की स्वामी केशवानन्द उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्रा रिमझिम के पिता पिन्टू खारवाल व्यवसायी हैं।
रिमझिम अपनी सफलता का श्रेय स्वामी केशवानन्द शिक्षा समूह निदेशक मोरध्वज सिंह चौधरी, शिक्षकों और माता-पिता को देती है। रिमझिम भविष्य में इनकम टैक्स ऑफिसर या आएएस बनना चाहती है। इन्होंने प्रतिदिन पांच घंटे नियमित पढ़ाई की है। इनकी दो बहनें व एक भाई है। यह सबसे बड़ी बेटी है। आठवीं बोर्ड में भी रिमझिम ने जिले में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए थे।