रामगढ़ पंचायत समिति में तैनात रहे ग्राम विकास अधिकारी मनोज कुमार शर्मा को एपीओ करके जिला परिषद में वर्ष 2022 में लगाया गया था, लेकिन उन्होंने परिषद में जॉइन नहीं किया और तब से वह गायब चल रहे थे। कुछ समय पहले ये जिला परिषद पहुंचे और उन्होंने अधिकारियों को मेडिकल सर्टिफिकेट दिए। ये प्रमाण पत्र अगस्त, 2022 से लेकर सितंबर, 2023 तक के हैं। इस तरह ये 413 दिन गायब रहे।
सरकार को हुई शंका तो कराई जांच
अधिकारियों ने प्रमाण पत्रों को मंजूरी के लिए सरकार के पास भेज दिया और मनोज कुमार शर्मा की तैनाती पंचायत समिति तिजारा में कर दी गई। सरकार को इनके प्रमाण पत्र पर शंका हुई और जिला परिषद को जांच कराने के लिए कहा। परिषद ने सीएमएचओ योगेंद्र शर्मा को जांच के लिए लिखा। उन्होंने पूरी रिपोर्ट परिषद को दी है। उन्होंने बताया कि इन्होंने न आवेदन किया और न मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ से ये प्रमाण पत्र जारी नहीं हुए। यह भी पढ़ें