सरिस्का के टहला रेंज में बाघिन एसटी-27 की टेरेटरी है। इसकी उम्र करीब साढ़े तीन साल है। ये बाघिन एसटी-14 की बेटी हैं। एसटी-27 के शावकों की आयु करीब दो से तीन माह आंकी जा रही है। बाघिन व शावक स्वस्थ बताए जा रहे हैं। काफी समय से सरिस्का प्रशासन इन पर निगरानी किए हुए था। वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने भी सरिस्का में बाघों की बढ़ती संख्या पर खुशी जाहिर की है।
तालवृक्ष रेंज से ऐसे मिली थी अच्छी खबर
सरिस्का में 13 मार्च को बाघिन एसटी-12 ने तीन शावकों को जन्म दिया था। इस बाघिन की टेरेटरी तालवृक्ष रेंज में है। ये बाघिन व शावक भी स्वस्थ हैं। एसटी-12 के शावकों की आयु करीब साढ़े चार माह है। ये बाघिन अब तक तीन बार शावकों को जन्म दे चुकी है।
सरिस्का में 10 हो गए शावक
सरिस्का में इस समय 11 बाघ, 14 बाघिन व 10 शावक हैं। इस तरह इनकी संख्या 35 पहुंच गई। मालूम हो कि वर्ष 2005 में सरिस्का बाघ विहीन हो गया था लेकिन 2015-16 के बाद से लगातार यहां बाघों की संख्या में वृद्धि हो रही है। इनका ये कहना
बाघिन एसटी-27 ने टहला रेंज में दो शावकों को जन्म दिया है। इसी के साथ सरिस्का में बाघों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है।
– महेंद्र कुमार शर्मा, उप वन संरक्षक, सरिस्का टाइगर रिजर्व