जनता की सेवा पर नहीं ध्यान, राजनीति को बनाया धंधा
जन संवाद के दौरान एक बुजुर्ग गिर्राज प्रसाद का कहना था कि जनप्रतिनिधियों की ओर से जनता की सेवा पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में राजनीति केवल बिजनेस बनकर रह गई है। यही कारण है कि चाहे कोई भी सरकार आए, लेकिन शहर के मुद्दे वही पुराने ही रहते हैं। वहीं, पत्रिका के कार्यक्रम को लेकर लोगों में उत्साह दिखा। उन्होंने कहा कि पत्रिका की इस पहल से मतदाताओं में जागरुकता आएगी। इससे वे सही जनप्रतिनिधि का चुनाव कर सकेंगे। अंत में सभी ने मतदान करने की प्रतिज्ञा की। इस दौरान एडवोकेट जितेन्द्र शर्मा, पंकज शर्मा, संजय अग्रवाल, कैलाश चंद गुप्ता, बिशनलाल सैनी, यशवंत कुमार गुप्ता, अश्विनी जावली, मनोज कुमार शर्मा, संजय अग्रवाल, विकास सिंघल, हेमंत मंगला, राजकुमार गोयल व अजय घील सहित अनेक लोगों ने विचार रखे।
इन मुद्दों पर भी दिखा हर कोई एकमत स्थानीय लोगों का कहना था कि नए जिले बनने के बाद अधिकांश उद्योग-धंधे अलवर से बाहर चले गए। ऐसे में युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए औद्योगिक व पर्यटन के क्षेत्र में विकास जरूरी है। इसके लिए अलवर में प्रचुर संभावनाएं भी हैं। इसके साथ ही शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र मेें भी काम होना चाहिए। अलवर में मेडिकल कॉलेज खुलने के बाद भी चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार पर काम नहीं हो पाया है। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और बाजार की सडक़ों पर घूमते लावारिस पशुओं से भी हर कोई परेशान है।
लागू हो ईआरसीपी योजना, मतदान का लिया संकल्प
पिनान में जनसंवाद के दौरान लोगों ने ईआरसीपी योजना लागू करने की मांग की। लोगों का कहना था पिनान में पेयजल, सडक़, शिक्षा व चिकित्सा सबसे बड़ा मुद्दा है। इस दौरान शिवलाल मीणा, हरफूल फौजी, अज़ान खां, नरेश जाट व नाहर सिंह मीणा आदि ने विचार रखे।