पैमाइश कराई, तीर के निशान लगाए
फिरोज और उसके पड़ोसी मकान की यूआईटी व तहसील की टीम से पैमाइश कराई गई। दोनों मकानों का सरकारी भूमि पर कब्जा मिला है। मकान की बाउंड्रीवाल के 10 से 15 फीट अंदर तक अतिक्रमण पाया गया। जिस पर जल्द ही बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की जाएगी। मकान के बाहर लिखा गया कि यह जमीन सरकारी है तथा अंदर अतिक्रमण के स्थान तक तीर के निशान लगाए गए।
गौरतलब है कि फिरोज मन्नाका ने रामनगर निवासी चक्षु गर्ग को 20 मई को रंगदारी के लिए धमकाया था। एनईबी थाना शनिवार शाम को मन्नाका गांव पहुंची आरोपी फिरोज को पकड़ लिया। इसी दौरान उसके परिजन व अन्य ग्रामीणों पर पुलिस दल पर जानलेवा हमला कर दिया और आरोपी को छुड़ाकर भगा दिया। पथराव कर पुलिस की गाड़ी के शीशे फोड़ दिए।
इन्हें किया गिरफ्तार
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) तेजपाल सिंह ने बताया कि प्रकरण में फिरोज समेत 35 जनों को नामजद किया है तथा 10-15 अन्य में शामिल हैं। जिनमें से फिरोज के पिता खुर्शीद खां (45) और बहन फाईजा (22) के अलावा मुबीन (46), साकिर (28), समीर (28), आसिफ (21), अजरुद्दीन उर्फ अजरू (22), अजरू उर्फ अज्जू (25) और सईयां उर्फ सहीमान (45) निवासी कमल खां का बास मन्नाका थाना वैशाली नगर को गिरफ्तार किया गया है।
गांव छोड़कर भागे हमलावर, चारों तरफ सन्नाटा
पुलिस पर हमले की घटना के बाद आरोपी गांव से फरार हो गए हैं। रविवार को गांव में सन्नाटा पसरा नजर आया। घरों से पुरुष फरार हो गए हैं। केवल महिला और बच्चे ही नजर आ रहे हैं और वो भी घरों में दुबके हुए हैं। रविवार दोपहर पुलिस ने गाड़ियों में सवार होकर पूरे गांव में फ्लैग मार्च किया। इस दौरान एएसपी तेजपाल सिंह, सीओ सिटी नारायणसिंह, कोतवाली, एनईबी व वैशाली नगर थानाधिकारी समेत पुलिस जाप्ता मौजूद रहा।