वहीं, शहर की प्यास बुझाने के लिए 100 एमसीएफटी रिजर्व किया गया है। वहीं, 25 एमसीएफटी पानी किसानों को सिंचाई के लिए दिया गया है। सिंचाई विभाग के कार्यवाहक सहायक अभियंता बिजेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि पानी का स्तर गिरता जा रहा है। इससे सिलीसेढ़ में भी पानी कम हो रहा है। किसान अभी सिंचाई खेतों में और करेंगे।
लगाई गई बोरिंग का पता नहीं
लाल डिग्गी में पानी भरने के लिए कई वर्ष पहले दो बोरिंग की गई थी। शहर की बढ़ती प्यास को देखते हुए लोगों ने लाल डिग्गी की इस बोरिंग से पानी सप्लाई की मांग की गई। प्रदर्शन हुए। इस पर काम भी हुआ और पानी सप्लाई हुआ। ये बोरिंग यादव और गुर्जर छात्रावास के पास बनाई गई हैं। अब बोरिंग सूख गई हैं। वहीं, लाल डिग्गी विकास समिति के सचिव रमन सैनी ने बताया कि लाल डिग्गी में लॉन को हरा-भरा रखने के लिए टैंकरों से पानी डाला जाता है।