चौमू गांव में पेयजल योजना बनाने के लिए 164 लाख रुपए स्वीकृत हुए। इसमें दो नए ट्यूबवेल 10856 मीटर राइजिंग लाइन बिछाकर 420 उपभोक्ताओं को कनेक्शन दिए जाएंगे। एक उपभोक्ता को 55 लीटर पानी मिल सके, इसके लिए 2 लाख लीटर पानी की क्षमता का उच्च जलाशय बनेगा। विधायक ने सिंगल फेज के ट्यूबवेल कराए थे, जो भूजल स्तर गिरने पर नकारा हो गए। सालों से गांव में पेयजल संकट चल रहा है। कांग्रेस शासन में योजना स्वीकृत होने के साथ ग्राम पंचायत ने रख-रखाव संधारण की स्वीकृति समय पर नहीं दी। इसके चलते निर्माण कार्य के टेंडर नहीं हुए।
अब हुए वर्क ऑर्डर अब टेंडर होने के साथ चौमू गांव में जल जीवन मिशन योजना के वर्क ऑर्डर हो गए। जहां पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू हुआ है। उच्च जलाशय का काम भी शुरू कराया है। गर्मी को देखते हुए मालाखेड़ा जलदाय विभाग के अभियंताओं का दावा है कि योजना को शीघ्र पूरा करने का कार्यकारी एजेंसी को निर्देश दिए हैं। दो ट्यूबवेल नए लगाए हैं। एक ट्यूबवेल पहले लगाया जा चुका है। तीन ट्यूबेल को उच्च जलाशय से जोड़ा जाएगा। राइजिंग लाइन पांच फीट नीचे बिछाई जा रही है, ताकि लीकेज या क्षतिग्रस्त न हो सके।
सालों से झेल रहे पेयजल संकट गांव के पूर्व सरपंच गोपाल गुर्जर, समाजसेवी मूल सिंह, सरदार सिंह, राम सिंह, देवसिंह, भंवरसिंह, राधा कृष्ण, बच्चू सिंह, भैंरू सिंह, श्याम सिंह आदि ने बताया कि गांव में ट्यूबवैल सूख जाने के बाद वर्षों से 4000 की आबादी के लिए पानी का संकट बना हुआ है। इस बारे में जनप्रतिनिधियों से लेकर आला अधिकारियों से गुहार लगाई जाती रही है, लेकिन अभी तक ठोस प्रयास धरातल पर नजर नहीं आ रहे हैं।
……………. योजना का हाल एक नजर में – अब सात माह बाद शुरू हुई जल जीवन मिशन योजना – 164 लाख रुपए हुए थे स्वीकृत। – दो नए ट्यूबवेल खोद जाएंगे।
– 10856 मीटर राइजिंग लाइन बिछाई जाएगी। – 420 उपभोक्ताओं को कनेक्शन दिए जाएंगे। – एक उपभोक्ता को मिल सकेगा 55 लीटर पानी। – 2 लाख लीटर पानी की क्षमता का बनेगा उच्च जलाशय।
– गांव की आबादी 4000 के करीब। …………….. जलदाय विभाग मालाखेड़ा के सहायक अभियंता हितेश कुमार का इस बारे में कहना है गर्मी को देखते हुए योजना को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिए है। दो ट्यूबवेल नए लगाए हैं। एक ट्यूबवेल पहले लगाया जा चुका है। तीन ट्यूबेल को उच्च जलाशय से कनेक्ट किया जाएगा। राइजिंग लाइन 5 फीट नीचे बिछाई जा रही है।