डोटासरा ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी बड़े नेताओं को निपटाने में लगे हैं। उन्होंने वसुंधरा राजे का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें पर्ची थमाकर किनारे कर दिया गया। वसुंधरा राजे ने पर्ची देखी तो उनके होश उड़ गए। राजनाथ सिंह की तरफ देखा तक नहीं। एक ने भी ताली नहीं बजाई।
डोटासरा ने बाबा बालकनाथ पर व्यंग्य करते हुए कहा कि बाबा बालकनाथ अलवर के सांसद थे, उन्हें विधायक बनाकर छोड़ दिया। भविष्य में एमएलए लायक भी नहीं छोड़ेंगे।
डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री घूम-घूम कर केवल एक ही काम करते हैं। वे हर जगह जाकर कहते हैं कि ईआरसीपी लागू हो गया है। ईआरसीपी का एमओयू सीएम के पास नहीं है। न ही इसे किसी को दिखाया गया है। वो झूठ बोल रहे हैं। इस ईआरसीपी से 13 जिलों को पानी नहीं मिलेगा। वे झूठे आश्वासन देने में लगे हैं। मैं कहता हूं कि कि क्रिकेट में अधिकतम छह ही होता है लेकिन नेतागिरी में झूठ का अट्ठा मारने में लगे हैं।
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डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में पर्ची से बने हुए मुख्यमंत्री हैं, जो फैसला दिल्ली से आता है उसे ही करते हैं। खुद कोई फैसला नहीं लेते। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के सौ दिन पूरे हो गए, अब तक क्या किया है ? कोई एक काम बता दें मुख्यमंत्री।
डोटासरा ने कहा कि मोदी की गारंटी फेल है। मोदी की एक भी गारंटी पूरी हुई हो तो बताएं। चुनावी बांड पर डोटासरा ने कहा कि बीजेपी चोरी और सीना जोरी कर रही है। बीजेपी नेता अपना आपा खो चुके हैं, उन्होंने हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने भूपेन्द्र यादव पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी बनाने के लिए लोगों को नहीं भेजते, बल्कि सुलटाने करने के लिए बड़े नेताओं को भेजते हैं।