40 किमी के मार्ग पर 15 से ज्यादा ब्रेकर
इस समय 40 किमी के इस मार्ग पर 15 से ज्यादा स्पीड ब्रेकर हैं। टू लेन मार्ग बना हुआ है। वाहनों का भार ज्यादा है। इसे पैदल क्रॉस करने के लिए काफी देर इंतजार करना पड़ता है।सड़क सुरक्षा अभियान के तहत पीडब्ल्यूडी को यह लक्ष्य मिला कि मार्गों को दुर्घटना रहित कैसे किया जाए। इसी को देखते हुए इस मार्ग का चयन किया गया है। इस मार्ग की डीपीआर पीडब्ल्यूडी तैयार करेगा। विभागीय मंजूरी के बाद फोरलेन बनेगा। जमीन अधिग्रहण की भी ज्यादा आवश्यकता नहीं होगी। सड़क के दोनों ओर खाली जगह है।
अलवर-राजगढ़ मार्ग को फोरलेन बनाने के लिए विचार किया जा रहा है। वाहनों का भार ज्यादा है और दुर्घटनाएं भी होती हैं। उच्चाधिकारियों की मंजूरी के बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा। – माही लाल, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी
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