अलवर. श्रीअन्नपूर्णा रसोई पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। जिले में संचालित की जा रही रसोई संचालकों को नगर निगम की गलती के कारण पिछले एक माह से पैसा नहीं मिला है। ऐसे में रसोई के लिए राशन देने वाले दुकानदारों ने भी हाथ खींच लिए हैं। बताया जा रहा है कि इन रसोई के देखरेख के लिए एक नए कर्मचारी की नियुक्ति की गई है। इस कर्मचारी की आईडी मैच नहीं होने के कारण यह पैसा अटका हुआ है। जबकि सरकार की ओर से निगम को पूरा बजट भेजा हुआ है। जिले में करीब 48 रसोई का संचालन किया जा रहा है। इसमें अलवर शहर में करीब आठ जगह पर रसोई लोगों को भोजन परोस रही है। प्रत्येक रसोई का करीब 1 से डेढ़ लाख रुपए बकाया है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद रसोई में भोजन की मात्रा को बढ़ाने के साथ ही एक व्यक्ति को एक ही कूपन देने का भी आदेश जारी हो चुका है। साथ ही सब्सिडी भी 22 रुपए थाली की गई है।
हमारी तरफ से पूरा बजट दिया जा चुका है। निगम में कोई नया कर्मचारी लगाया गया है, उसकी आईडी मैच नहीं हो पाई है, जिसकी वजह से रसोई संचालकों को पैसा नहीं मिल पाया है। नवीन भारद्वाज, नोडल अधिकारी, श्रीअन्नपूर्णा रसोई योजना
Hindi News/ Alwar / श्रीअन्नपूर्णा रसोई पर संकट के बादल, नहीं मिल रहा पैसा