20 नवंबर को दर्ज हुआ था मामला
अलवर जिले के शहरी क्षेत्र स्थित एक पुलिस थाने में 20 नवंबर को सरकारी स्कूल की शिक्षिका ने एक अन्य स्कूल के शिक्षक गौतम यादव और जिला शिक्षा अधिकारी नेकीराम के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया था। पीड़िता का आरोप है कि उसके प्रकरण में पुलिस ने अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने 5 दिन बाद उसके न्यायालय में 164 के बयान कराए।पुलिस ने उसे आश्वासन दिया था कि 164 के बयानों के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी, लेकिन अभी तक आरोपी खुले घूम रहे हैं। राजीनामे के लिए दबाव बना रहे हैं। वह थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक, जिला कलेक्टर, शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री तक से गुहार लगा चुकी है, लेकिन अभी तक उसे न्याय नहीं मिल पाया है। जिसके कारण वे मानसिक रूप से तनाव में है।
जांच कमेटी पर खड़े हो रहे सवाल
प्रकरण में एफआईआर दर्ज होने के बाद शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षक गौतम यादव को निलंबित करते हुए मुख्यालय से जांच कमेटी गठित की। जांच कमेटी को आरोपी शिक्षक गौतम यादव और डीईओ नेकीराम के खिलाफ आरोपों की जांच कर रिपोर्ट देनी थी, लेकिन एक सप्ताह में जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट नहीं दे सकी है।ऐसे में जांच कमेटी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। उधर, सीडीईओ महेशचंद गुप्ता का कहना है कि प्रकरण में जयपुर मुख्यालय स्तर पर जांच चल रही है। जयपुर से टीम आई थी, जो जांच करके चली गई। वहीं, प्रकरण में पुलिस अपने स्तर पर जांच कर रही है।