कांग्रेस में लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। अलवर लोकसभा क्षेत्र से कांगे्रस में एक ही नाम होने की चर्चा है। वहीं जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से पूर्व में एक ही नाम का पैनल प्रदेश कांग्रेस को भेजा गया तथा पीसीसी ने भी सिंगल नाम का पैनल एआईसीसी को भिजवाया। ऐसे में अलवर सीट से कांग्रेस में दूसरे दावेदार का नाम नहीं होने से पैनल में शामिल एक ही नाम पर मुहर लगना तय माना जा रहा है। कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं के साथ ही सांसद डॉ. यादव भी सिंह के चुनाव लडऩे की बात कह चुके हैं।
उपचुनाव में कांग्रेस को सीट दिलवाई, अब दावेदारी में भी नहीं सांसद डॉ. करण सिंह यादव ने गत वर्ष लोकसभा उपचुनाव में अलवर से करीब दो लाख वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज करा यह सीट फिर से कांग्रेस की झोली में डाली। उपचुनाव में कठिन चुनावी परिस्थितियों के बावजूद बड़े अंतर से भाजपा को शिकस्त देने और एक साल के छोटे से कार्यकाल में सांसद निधि से जिले में 25
करोड़ से ज्यादा के विकास कार्यों की अनुशंसा करने के बावजूद इस बार लोकसभा चुनाव में पार्टी की ओर से पैनल में उनका नाम नहीं होना लोगों में चर्चा का विषय बना है।
करोड़ से ज्यादा के विकास कार्यों की अनुशंसा करने के बावजूद इस बार लोकसभा चुनाव में पार्टी की ओर से पैनल में उनका नाम नहीं होना लोगों में चर्चा का विषय बना है।
यादव फिलहाल राजनीति में सक्रिय सांसद डॉ. यादव अभी कांग्रेस राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने अभी कांग्रेस की सक्रिय राजनीति से सन्यास लेने या चुनाव नहीं लडऩे की कोई सार्वजनिक घोषणा भी नहीं की है। इसके बावजूद इस बार लोकसभा चुनाव में उनकी दावेदारी नहीं होना चर्चा का कारण बना है।