41 फर्मों पर लगाया था 12.6 लाख का जुर्माना : मिलावटी खाद्य सामग्री की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से पिछले साल जिले में खाद्य सामग्री के 1393 सैंपल लिए गए थे। इसमें से 313 सैंपल जांच में फेल हुए थे। इसी तरह इस साल 30 अप्रेल तक 294 सैंपल लिए गए। इसमें से 89 सैंपल फेल हुए हैं। वहीं, अवमानक खाद्य पदार्थों के मामले में अप्रेल में एमडीएम कोर्ट की ओर से 41 फर्मों पर 12.6 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था।
अव्वल रहे जिलों की सूची
जिला प्राप्त अंक रैंक
कोटा 561 1
अलवर 230 2
भीलवाड़ा 353 3
हनुमानगढ 309 4
दौसा 278 5 चल प्रयोगशाला से मौके पर जांच
वर्तमान में अलवर जिले में 6 खाद्य सुरक्षा अधिकारी कार्यरत हैं। जो अलवर जिले के साथ ही विभाजन के बाद बने दो नए जिलों की भी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इसके साथ ही अलवर, खैरथल-तिजारा व कोटपूतली-बहरोड़ जिले में एक-एक मोबाइल चल प्रयोगशाला के माध्यम से हर कस्बे में जाकर जन जागरुकता के लिए मौके पर ही खाद्य सामग्री की जांच कर निशुल्क रिपोर्ट उपलब्ध कराई जा रही है। खास बात यह है चल प्रयोगशाला में कोई भी व्यक्ति खाद्य सामग्री की निशुल्क जांच करा सकता है।
जिला प्राप्त अंक रैंक
कोटा 561 1
अलवर 230 2
भीलवाड़ा 353 3
हनुमानगढ 309 4
दौसा 278 5 चल प्रयोगशाला से मौके पर जांच
वर्तमान में अलवर जिले में 6 खाद्य सुरक्षा अधिकारी कार्यरत हैं। जो अलवर जिले के साथ ही विभाजन के बाद बने दो नए जिलों की भी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इसके साथ ही अलवर, खैरथल-तिजारा व कोटपूतली-बहरोड़ जिले में एक-एक मोबाइल चल प्रयोगशाला के माध्यम से हर कस्बे में जाकर जन जागरुकता के लिए मौके पर ही खाद्य सामग्री की जांच कर निशुल्क रिपोर्ट उपलब्ध कराई जा रही है। खास बात यह है चल प्रयोगशाला में कोई भी व्यक्ति खाद्य सामग्री की निशुल्क जांच करा सकता है।
मिलावटी खाद्य सामग्री की रोकथाम के लिए जिले भर कार्रवाई जारी है। आगामी दिनों विशेष अभियान चलाकर मिलावटियों के खिलाफ और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। ताकि हर हाल में आमजन को शुद्ध आहार उपलब्ध कराया जा सके।
डॉ. योगेन्द्र शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अलवर।
डॉ. योगेन्द्र शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अलवर।