जिला आबकारी अधिकारी सुरेश कुमार यादव के पिता का करीब 15 दिन पहले ही निधन हुआ था। जिसके चलते वह छुट्टी पर चल रहे थे। वरना कार्रवाई पहले हो जाती और विभाग के अन्य कई अधिकारी और कर्मचारी भी लपेटे में आ सकते थे। छुट्टी से लौट के बाद ही उन्होंने परिवादी को बुलाकर रिश्वत ली और धरे गए। यादव झुंझुनू के बुहाना के रहने वाले हैं।
कार में रखवाई रिश्वत की राशि
परिवादी रिश्वत राशि लेकर आबकारी अधिकारी सुरेश यादव के बुद्ध विहार स्थित सरकारी आवास पर पहुंचा। आबकारी अधिकारी यादव वहां पहले से मौजूद थे। उन्होंने अपनी कार को अनलॉक कर परिवादी से रिश्वत राशि कार में रखने को कहा। इसके बाद परिवादी ने रिश्वत की राशि को कार में रख दिया था। जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
घर व अन्य ठिकानों पर भी तलाश जारी
एसीबी के अनुसार जिला आबकारी अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार होने के बाद एसीबी की अन्य टीमें भी जांच में जुट गई है। एसीबी की अलग-अलग टीम यादव के घर व अन्य ठिकानों पर तलाशी में लगी हुई है। देर रात तक एसीबी की टीम जिला आबकारी अधिकारी के बुद्ध विहार स्थित आवास पर पूछताछ करती रही। साथ ही दस्तावेज भी खंगाले।
जानिए कौन है परिवादी और शराब ठेकेदार
जानकारी के अनुसार रामगढ़ के गुर्जर बास निवासी अतर सिंह गुर्जर के मालाखेड़ा इलाके में कई शराब के ठेके हैं। जिन्हें संभालने के लिए मालाखेड़ा के जमालपुर निवासी पूरन सिंह को अधिकृत किया हुआ है। पूरन सिंह से ही आबकारी अधिकारी ने मालाखेड़ा इलाके में शराब ठेके के गोदाम की लोकेशन पास करने की एवज में 6 लाख रुपए की रिश्वत की डिमांड की थी। जिस पर पूरन सिंह ने एसीबी को आबकारी अधिकारी के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत दी।