एक ही विभाग होने के कारण चमक सकता है सरिस्का
ऐसे में दोनों मंत्रियों के पास एक ही विभाग होने के कारण सरिस्का चमक सकता है। सरिस्का के जीवन में आ रही अंदरूनी समस्याओं का निस्तारण आसानी से हो सकता है। साथ ही इको सेंसेटिव जोन का प्रस्ताव बिना अटके दौड़ सकता है। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी भूपेंद्र के पास यही मंत्रालय था। उस समय में प्रदेश में नई सरकार बनते ही संजय शर्मा को भी यही विभाग मिला।
क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट यानी सीटीएच एरिया की करीब 40 हजार हेक्टेयर जमीन वन विभाग के नाम होनी है। ये कार्य भी भूपेंद्र के वन मंत्री बनने से आसान हो सकता है। सरिस्का में इलेक्ट्रिक व्हीकल संचालन की योजना भी अब धरातल पर आने की उमीद जताई जा रही है। एलिवेटेड रोड का प्रस्ताव भी फाइनल कराने में उनकी भूमिका होगी।