नोटिस में अतीक अहमद को श्री अतीक अहमद जी लिखा है। नोटिस देखकर साफ पता चलता है कि पीडीए ने अतीक अहमद को जिंदा मानते हुए ये नोटिस जारी किया है। ऐसे में सवाल उठ गया है कि जो इंसान इस दुनिया में है ही नहीं और जिसकी मौत हुए 1 साल से भी अधिक का समय हो चुका है, उसके नाम कैसे नोटिज जारी किया जा सकता है।
पीडीए ने बैठाई जांच
फिलहाल, मामला तूल पकड़ने के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने अब इस मामले में जांच बिठा दी है। विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने नोटिस जारी करने वाले कर्मचारी से जवाब तलब कर लिया है। अतीक अहमद के नाम से नोटिस जारी करने वाले कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। कर्मचारी से यह बताने को कहा गया है कि आखिरकार उसने अतीक अहमद के नाम पर नोटिस कैसे जारी किया।
15 अप्रैल को अतीक को मारी गई थी गोली
आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत 2023 में हुई थी। 15 अप्रैल को अतीक और उसके भाई को प्रयागराज अस्पताल के सामने गोली मार दी गई थी, जिस समय अतीक और अशरफ को गोली मारी गई थी, उस समय वह दोनों पुलिस कस्टडी में थे।