अलीगढ़ के जवाहर पार्क में मध्य प्रदेश के निवासी हेमंत अहिरवार की टीम में राकेश कुशवाह, संख्या पटेल, दीक्षा सैन, क्राफ्ट शिक्षिका बरखा रावत, धनन्जय सिंह रावत, अमन ने इस आकृति को बनाने के लिए इस जगह का चयन किया।
सूखे पत्ते से बना डाली आकृति
जमीन के चुनाव के बाद उसकी लंबाई-चौड़ाई नापी फिर पेड़ों से सूखे पत्ते इकट्ठे किए। आपको बता दें कि 23 नवंबर को यह टीम सुबह जवाहर पार्क पहुंची।
ये रही प्रक्रिया
पहले सभी पत्तों को सफेद रंग का किया गया। फिर पत्तों को सजाकर आकृति का रूप दिया गया। धीरे-धीरे सजाते हुए 8775 सूखे पत्तों से नौ घंटे में 3500 वर्गफीट की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आकृति दोपहर तक तैयार कर दी गई। इस आकृति को बनाने में आजाद फाउंडेशन का सहयोग भी मिला।
जमीन के चुनाव के बाद उसकी लंबाई-चौड़ाई नापी फिर पेड़ों से सूखे पत्ते इकट्ठे किए। आपको बता दें कि 23 नवंबर को यह टीम सुबह जवाहर पार्क पहुंची।
ये रही प्रक्रिया
पहले सभी पत्तों को सफेद रंग का किया गया। फिर पत्तों को सजाकर आकृति का रूप दिया गया। धीरे-धीरे सजाते हुए 8775 सूखे पत्तों से नौ घंटे में 3500 वर्गफीट की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आकृति दोपहर तक तैयार कर दी गई। इस आकृति को बनाने में आजाद फाउंडेशन का सहयोग भी मिला।
देखते देखते जमा हो गई भीड़ सूखे पत्तों से बनी पीएम मोदी की आकृति देख पार्क में उसे देखने वालों की भीड़ लग गई। जिसने भी देखा, वह यही बोला कि हूबहू मोदी जी लग रहे हैं।
विश्वकप की आकृति बनाने आई थी टीम, लेकिन…
हेमंत अहिरवार की टीम अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम में विश्व कप की आकृति बनाने आई थी। लेकिन फाइनल में आस्ट्रेलिया से हार के बाद ऐसा नहीं हो पाया। आजाद फाउंडेशन की टीम इनसे संपर्क आई और पीएम मोदी की आकृति बनाने पर सहमति हुई।
हेमंत अहिरवार की टीम अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम में विश्व कप की आकृति बनाने आई थी। लेकिन फाइनल में आस्ट्रेलिया से हार के बाद ऐसा नहीं हो पाया। आजाद फाउंडेशन की टीम इनसे संपर्क आई और पीएम मोदी की आकृति बनाने पर सहमति हुई।