सुबह से ही सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय, राजकीय कन्या महाविद्यालय, लॉ कॉलेज, संस्कृत कॉलेज, दयानंद कॉलेज और महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के बाहर विद्यार्थियों की आवाजाही शुरू हो गई। एनएसयूआई, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता, पदाधिकारी, प्रत्याशी और विद्यार्थी सडक़ों पर जुट गए।
8 बजे सभी संस्थाओं में मतदान शुरू हुआ। छात्र-छात्राओं ने कतारों में लगकर मतदान किया। शुरुआत में मतदान की रफ्तार धीमी रही। इससे छात्र संगठन, प्रत्याशी और कार्यकर्ता चिंतित दिखे। 10 बजे बाद मतदान में तेजी आई। दोपहर 1 बजे तक सभी संस्थाओं में नौजवानों ने दौड़ते-भागते हुए वोट डाले ।
कोषालय-थानों में रखवाई पेटियां चुनाव के बाद राजकीय महाविद्यालय, लॉ कॉलेज, राजकीय कन्या महाविद्यालय और अन्य संस्थाओं ने मतपेटियों को जिला कोषालय अथवा पुलिस थानों में रखवाया। मतपेटियां, चाबी और संबंधित दस्तावेजों को भी जमा कराया। एमडीएस यूनिवर्सिटी ने भी ओएमआर शीट (मतपत्र) सिविल लाइन्स थाने के हवाले किए। अब 11 सितम्बर को मतपेटियां मतगणना के लिए कॉलेज और विश्वविद्यालय में भिजवाई जाएंगी। पेटियों की सुरक्षा के लिए सशस्त्र पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
दौड़ी घरों तक कार-जीप
छात्रनेताओं और उनके समर्थकों वाहनों का जमकर इस्तेमाल किया। ओपन जिप्सी, जीप, पजेरो, फाच्र्यूनर, ऑडी जैसी गाडिय़ां मतदाताओं (विद्यार्थियों) को लेने उनके घरों तक पहुंची। छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मतदान के बाद छात्र-छात्राओं को वापस छोड़ा। इनके अलवा बुलेट, तेज रफ्तार वाली बाइक्स भी दौड़ती रही। सभी कॉलेज और मदस विश्वविद्यालय के बाहर यही हाल दिखा। हालांकि पुलिस ने वाहनों को परिसरों के आसपास खड़ा नहीं रहने दिया।
छात्रनेताओं और उनके समर्थकों वाहनों का जमकर इस्तेमाल किया। ओपन जिप्सी, जीप, पजेरो, फाच्र्यूनर, ऑडी जैसी गाडिय़ां मतदाताओं (विद्यार्थियों) को लेने उनके घरों तक पहुंची। छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मतदान के बाद छात्र-छात्राओं को वापस छोड़ा। इनके अलवा बुलेट, तेज रफ्तार वाली बाइक्स भी दौड़ती रही। सभी कॉलेज और मदस विश्वविद्यालय के बाहर यही हाल दिखा। हालांकि पुलिस ने वाहनों को परिसरों के आसपास खड़ा नहीं रहने दिया।