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Commerce Subject: कॉमर्स में बढ़ रहीं भर्तियां, घट रहे हैं विद्यार्थी

राज्य में 30 हजार विद्यार्थी भी नहीं, पाठ्यक्रम में नवाचार की जरूरत।   रोजगार के कई अवसरों के बावजूद कॉमर्स में विद्यार्थियों का रुझान नहीं बढ़ रहा है। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में 3 साल से विद्यार्थियों का आंकड़ा 30 हजार और 8 साल से 50 हजार तक भी नहीं है। यह कॉमर्स संकाय में […]

अजमेरJun 26, 2024 / 10:53 am

raktim tiwari

college education

राज्य में 30 हजार विद्यार्थी भी नहीं, पाठ्यक्रम में नवाचार की जरूरत।  
रोजगार के कई अवसरों के बावजूद कॉमर्स में विद्यार्थियों का रुझान नहीं बढ़ रहा है। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में 3 साल से विद्यार्थियों का आंकड़ा 30 हजार और 8 साल से 50 हजार तक भी नहीं है। यह कॉमर्स संकाय में विद्यार्थियों के घटते रुझान का परिचायक है।
बीस साल पहले तक स्कूल स्तर पर कॉमर्स संकाय में 1.50 से 2 लाख विद्यार्थी पंजीकृत होते थे। सीएस के अलावा स्कूल-कॉलेज, यूनिवर्सिटी शिक्षक, बैंक, बीमा और अन्य वाणिज्यिक सेवाओं में विद्यार्थी कॅरियर बनाते रहे, लेकिन धीरे-धीरे विद्यार्थियों की संख्या में गिरावट शुरू हो गई। खासतौर पर पिछले आठ-दस साल में हालात बिल्कुल खराब हो गए हैं।
कला-विज्ञान संकाय हुए आगे

अब बैंक, बीमा, प्रबंधन के अलावा सरकारी-निजी वाणिज्यिक सेवाओं में कला-विज्ञान संकाय के विद्यार्थी-युवा भी चयनित होने लगे हैं। कॉमर्स का दायरा सीए और सीएस तक सीमित हो रहा है। यूजी-पीजी कॉलेज में भी दाखिलों के मामले में कला और विज्ञान संकाय आगे हैं।
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रोजगार की नहीं कमी
कॉमर्स में रोजगार की कमी नहीं है, लेकिन विद्यार्थियों का रुझान नहीं बढ़ रहा है। कॉमर्स में हमेशा विद्यार्थियों का दबदबा रहा है। देश में 55 प्रतिशत नौकरियां कॉमर्स से जुड़ी हैं। अन्य संकाय के विद्यार्थी भी अब बढ़ गए हैं। ग्रामीण इलाकों में कॉमर्स में शिक्षकों के पद रिक्त हैं। दसवीं कक्षा के बाद विषय चयन को लेकर काउंसलिंग भी पर्याप्त तरीके से नहीं होती है। इससे विद्यार्थी कॉमर्स के विषयों और कॅरिअर संबंधित जानकारियों से वाकिफ नहीं हो पाते हैं।
यह हैं पिछड़ने के बड़े कारण

– 45 प्रतिशत ग्रामीण इलाके में नहीं कॉमर्स के शिक्षक- 45 प्रतिशत कोर्स कंटेंट काफी पुराने

– 30 प्रतिशत स्कूल में भी नहीं कॅरियर गाइडेंस सुविधा- 35 प्रतिशत शहरी स्कूल में शिक्षकों के पद रिक्त
– 50 प्रतिशत कॉमर्स के विद्यार्थियों का ध्येय सीए-सीएस बनना- 25 प्रतिशत ही शिक्षण और अन्य क्षेत्र में बनाते हैं कॅरियर

भर्तियों में नहीं कोई कमी (आरपीएससी से)

प्राध्यापक भर्ती 2011 : 268 पद
प्राध्यापक भर्ती 2013 : 203 पदप्राध्यापक भर्ती 2014 : 145 पदप्राध्यापक भर्ती 2015 : 197 पद

प्राध्यापक भर्ती 2018 : 118 पद

प्राध्यापक भर्ती 2022 : 130 पद

बोर्ड में यों घट रहा विद्यार्थियों का ग्राफ
2016 : 50 हजार 759

2017 : 47 हजार 5282018 : 42 हजार 116

2019 : 41 हजार 6512020 : 36 हजार 068

2021 : 31 हजार 9932022 : 27 हजार 339
2023 : 29 हजार 3872024 : 26 हजार 622

कॉमर्स में रोजगार के हैं यह क्षेत्र

– चार्टर्ड एकाउन्टेंट-कम्पनी सचिव

– बैंकिंग एवं इंश्योरेंस सेक्टर- मैनेजमेंट एवं कॉरपोरेट क्षेत्र

– जीएसटी मूल्यांकन-आयकर एवं कर क्षेत्र
– ऑडिट और खातों का मूल्यांकन

– स्कूल-कॉलेज में शिक्षण- स्टार्ट अप और बिजनेस हाउस

स्कूल स्तर पर कॉमर्स में रुझान घटना चिंताजनक है। पाठ्यक्रम में नवाचार तथा ग्रामीण और शहरी इलाके में व्यापक कॅरियर काउंसलिंग की जरूरत है। शिक्षकों की भर्ती भले ही जारी है, पर पद रिक्त हैं। कई स्कूल में तो कॉमर्स संकाय ही नहीं है।
प्रो. शिवप्रसाद, कॉमर्स-मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष, एमडीएस यूनिवर्सिटी

26 से 28 तक दे सकेंगे ऑनलाइन आपत्ति

राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से सहायक आचार्य, पुस्तकालयाध्यक्ष एवं शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक (कॉलेज शिक्षा विभाग ) प्रतियोगी परीक्षा-2023 के 7 विषयों की मॉडल उत्तरकुंजी आयोग की वेबसाइट जारी कर दी गई है। इन विषयों में पॉलिटिकल साइंस, हिस्ट्री, ज्योग्राफी, ड्राइंग एंड पेंटिंग, म्यूजिक (वॉकल), फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर तथा साइकोलॉजी विषय शामिल हैं। मॉडल उत्तर कुंजियों पर आपत्ति निर्धारित शुल्क के साथ 26 से 28 जून रात्रि 12 बजे तक ऑनलाइन दर्ज कराई जा सकेंगी। आयोग के मुख्य परीक्षा नियंत्रक आशुतोष गुप्ता ने बताया कि आपत्तियां उपलब्ध मॉडल प्रश्न पत्रों के क्रमानुसार ही प्रविष्ट करनी होंगी। आपत्ति प्रामाणिक (स्टैंडर्ड, ऑथेंटिक) पुस्तकों के प्रमाण सहित देनी होंगी।

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