विशेष मौकों पर ही बढ़ता रेल यात्री भारअलबत्ता पुष्कर में आयोजित होने वाली कथा या पूर्णिमा सहित अन्य स्नान तिथियों के दिन जरूर रेलयात्री भार बढ़ जाता है। पिछले दिनों पुष्कर में पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा आयोजन के दौरान रेलवे को अच्छा राजस्व मिला था। रेलवे सूत्रों के अनुसार जुलाई माह का आंकड़ा जरूर 80 हजार रुपए के पार हुआ।
प्रति ट्रिप खर्चा 50 हजारउधर अजमेर से पुष्कर व पुन: अजमेर आने में रेल प्रशासन को शटल सेवा पर प्रति ट्रिप 45 से 50 हजार रुपए खर्च करने पड़ते हैं। जिसका मासिक आंकड़ा पंद्रह लाख रुपए बैठता है। इसमें लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, 600 लीटर डीजल, पुष्कर स्टेशन पर स्टेशन मास्टर, स्टाफ, ट्रेक मेंटीनेंस आदि का व्यय शामिल है।
आंकड़ों में सफर. . . 31 किमी दूरी30 रुपए किराया 70 मिनट यात्रा अवधि09607/ 09608 गाड़ी संख्या सुबह 9.30 बजे अजमेर से रवानगीसुबह 10.40 बजे पुष्कर शाम 5.10 बजे पुष्कर से रवानगीशाम 6.20 बजे अजमेर आगमन
——————————————————- 5-7 कोच 500- यात्री क्षमता30 से 50 यात्री सामान्य दिनों में राजस्व अनुमानित3000 से 5000 रुपए मासिक ————————————————- ————————- इससे भी यात्रियों का टोटा -पुष्कर से रेलवे स्टेशन की दूरी करीब दो किमी- लोक परिवहन के साधन नहीं
– सरोवर की संध्या आरती से पहले ही पुष्कर से रवानगी- अजमेर स्टेशन से एक ही फेरा