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अजमेर

Rajasthan News-हार्डकोर आरोपियों को जेल में सिमकार्ड मुहैया कराने वाला मुख्य प्रहरी गिरफ्तार

हाई सिक्योरिटी जेल : राजू ठेहट की हत्या के आरोपी विक्रम गुर्जर, रोशन जाट को मुहैया कराई सिमकार्ड, वारदात में सजायाफ्ता कैदी के भाई को लालच देकर खरीदे सिमकार्ड

अजमेरSep 27, 2024 / 02:20 am

manish Singh

सिविल लाइंस थाना पुलिस की गिरफ्त में आया हाई सिक्योरिटी जेल का मुख्य जेल प्रहरी वीरपाल जाट।

अजमेर(Ajmer News). घूघरा हाई सिक्योरिटी जेल में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या की साजिश रचने वाले विक्रम गुर्जर और रोशन जाट को मोबाइल सिमकार्ड मुहैया करवाने वाले जेल के मुख्य प्रहरी को सिविल लाइंस थाना पुलिस ने गुरुवार तड़के दबोच लिया। उसने पोक्सो एक्ट सजायाफ्ता कैदी के भाई के जरिए घूघरा से सिमकार्ड खरीदने के बाद हार्डकोर अपराधियों को मुहैया करवाई।
अनुसंधान अधिकारी व सीओ (अजमेर नॉर्थ) रुद्र प्रकाश शर्मा ने गुरुवार सुबह हाई सिक्योरिटी जेल के मुख्य प्रहरी किशनगढ़ सिंगारा निवासी वीरपाल जाट को गिरफ्तार कर लिया। अनुसंधान में आया कि 6 सितम्बर को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार हार्डकोर बंदी सीकर निवासी विक्रम गुर्जर व जयपुर निवासी रोशन जाट ने उनसे जेल में बरामद सिमकार्ड मुख्य प्रहरी वीरपाल के मुहैया कराना कबूला था।

जेल के भीतर मिला मोबाइल

पड़ताल में आया कि जेल प्रशासन की ओर से 27 जून को चलाए सर्च ऑपरेशन में जेल के वार्ड चार के ब्लॉक 4 की 2 नम्बर कोटड़ी में खिड़की के पास मिली किताब के नीचे 2 मोबाइल मय सिमकार्ड, चार्जर मिला। कोटडी में हार्डकोर विक्रम गुर्जर व रोशन थे। विक्रम गैंगस्टर राजू ठेहट हत्याकांड व रोशन जाट पोक्सो एक्ट समेत अन्य मामलों में जेल में है। जेल प्रशासन ने सिविल लाइन्स थाने में विक्रम व रोशन के खिलाफ मामला दर्ज कराया।

जांच बदली तो खुला राज

प्रकरण में अनुसंधान सिविल लाइन्स थाने के एएसआई को दी गई, लेकिन तत्कालीन आईजी (अजमेर रेंज) लता मनोज कुमार ने प्रकरण में अनुसंधान सीओ (नॉर्थ) रुद्र प्रकाश शर्मा को सौंप दी। शर्मा के अनुसंधान में सिमकार्ड केकड़ी निवासी कालूराम मोगिया के नाम निकली। प्रकरण में 6 सितम्बर को जेल से विक्रम व रोशन को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया। उन्होंने सिमकार्ड मुख्य प्रहरी वीरपाल की ओर से मुहैया कराना कबूला।

मुलाकात के लालच में खरीदी सिम

सीओ शर्मा ने प्रकरण में अनुसंधान आगे बढ़ाते हुए केकड़ी निवासी कालूराम मोगिया को पूछताछ के लिए बुलाया। पड़ताल में आया कि कालूराम हाई सिक्योरिटी जेल में पोक्सो एक्ट में सजा काट रहे मुकेश मोगिया का भाई है। मुकेश से मुलाकात के दौरान कालूराम की मुख्य जेल प्रहरी व वार्डन वीरपाल से पहचान हुई। वीरपाल के कहने पर कालूराम ने घूघरा से अपने नाम से सिम खरीदी। जिसे वीरपाल ने विक्रम व रोशन तक पहुंचाया। बदले में कालूराम को वीरपाल ने उसके भाई मुकेश से नियमित मुलाकात करवाने का लालच दिया।

सीडीआर में हुई प्रमाणित

हार्डकोर अपराधियों तक सिमकार्ड पहुंचाने के मामले में पुलिस ने कालूराम व मुख्य जेल प्रहरी वीरपाल के मोबाइल नम्बरों की सीडीआर खंगाली। दोनों सीडीआर में मुख्य जेल प्रहरी वीरपाल की कालूराम से नियमित बातचीत का रिकॉर्ड बाहर आ गया। जेल के मुख्य प्रहरी की लिप्तता उजागर होने पर सीओ शर्मा ने आलाधिकारियों को सूचित कर दिया। पुलिस महानिदेशक यूआर साहू और एडीजी (जेल) रूपिन्दर सिंघ ने गम्भीर मानते हुए मुख्य प्रहरी वीरपाल जाट की गिरफ्तारी की कार्रवाई के आदेश दिए। पुलिस ने कालूराम को 41क का नोटिस दे दिया है।

इनका कहना है…

हाई सिक्योरिटी जेल में हार्डकोर अपराधी विक्रम गुर्जर व रोशन जाट से बरामद मोबाइल व सिमकार्ड मुख्य जेल प्रहरी वीरपाल जाट के मुहैया करवाना कबूला। सिमकार्ड कालूराम मोगिया के नाम था। कालूराम ने भी वीरपाल के कहने पर घूघरा से सिमकार्ड खरीदना व देना कबूला। वीरपाल और कालूराम की कई बार फोन पर बातचीत है।
रुद्र प्रकाश शर्मा, सीओ नार्थ व अनुसंधान अधिकारी

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