इसके बाद पूरे जुलाई मानसून सुस्त रहा। लेकिन अगस्त में पकड़ी रफ्तार अभी तक मंद नहीं पड़ी है। अकेले अगस्त में ही 453.4 मिलीमीटर से ज्यादा बरसात हो गई। इनमें से 5 अगस्त को अजमेर में दो घंटे में 103, 6 अगस्त को 110, 25 अगस्त को 139.9, 26 अगस्त को 59.5 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई। इससे बरसात का आंकड़ा बढ़कर 686.6 मिलीमीटर तक पहुंच गया। इसके बाद 1 से 9 सितंबर तक 200 मिलीमीटर से ज्यादा बरसात और हो चुकी है।
Rain In ajmer: देश की औसत बारिश के करीब
मानसून की चार माह (जून से सितंबर) की अवधि होती है। इसमें देश की कुल औसत बारिश 1156 मिलीमीटर (प्रतिवर्ष) मानी गई है। अजमेर जिला देश की औसत बारिश आंकड़े से फिलहाल 268 मिलीमीटर दूर है। मानसून मेहरबान रहा तो जिला यह आंकड़ा भी छू लेगा।बरसात का बही-खाता
-जिले के 80 फीसदी तालाब, बांध, एनिकटों में आया पानी
-अतिवृष्टि/ज्यादा बरसात से बढ़ेगा भूमिगत जलस्तर
-काश्तकारों और आमजन को मिलेगा सालभर पर्याप्त पानी
-अतिवृष्टि से फसलों में खराबे के आसार
-टूटी सड़कों को मरम्मत की दरकार
-जलजनित बीमारी, मकानों में सीलन
अजमेर जिले की औसत बारिश-550 मिलीमीटर
1 जून से 9 सितंबर तक-888 मिलीमीटर
औसत से ज्यादा- 338 मिलीमीटर
1 जून से 9 सितंबर तक-888 मिलीमीटर
औसत से ज्यादा- 338 मिलीमीटर