अहमदाबाद. भारत के पश्चिम का समुद्री किनारा जो सूरज के डूबने की दिशा मानी जाती है, लेकिन इसी सुदूरवर्ती पश्चिमी भारत में खंभात की खाड़ी के किनारे से अब नया सूरज उगेगा। यहां विश्व का सबसे बड़ा सोलर पार्क स्थापित होगा जहां से 5000 मेगावाट बिजली उत्पादित की जाएगी। अहमदाबाद से करीब 80 किलोमीटर दूर भारत की सबसे बड़ी स्मार्ट और फ्यूचरिस्टिक सिटी धोलेरा सिटी में यह सोलर पार्क बनेगा।
भारत में राजस्थान और गुजरात प्रांत में सौर ऊर्जा के उत्पादन की काफी संभावनाएं हैं। गुजरात सौर ऊर्जा के दोहन के लिए पहले ही शुरुआत कर चुका है। यहां पाटण जिले के चारणका में 1100 मेगावाट सौर ऊर्जा के उत्पादन के लिए सोलर पार्क की स्थापना की जा चुकी है। वहीं अन्य जगहों पर पार्क स्थापित किए जाने की योजना है।
उधर कर्नाटक में पावागडा सोलर पार्क फिलहाल देश का सबसे बड़ा सोलर पार्क है जहां पर दो हजार मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जाना है।
भारत में राजस्थान और गुजरात प्रांत में सौर ऊर्जा के उत्पादन की काफी संभावनाएं हैं। गुजरात सौर ऊर्जा के दोहन के लिए पहले ही शुरुआत कर चुका है। यहां पाटण जिले के चारणका में 1100 मेगावाट सौर ऊर्जा के उत्पादन के लिए सोलर पार्क की स्थापना की जा चुकी है। वहीं अन्य जगहों पर पार्क स्थापित किए जाने की योजना है।
उधर कर्नाटक में पावागडा सोलर पार्क फिलहाल देश का सबसे बड़ा सोलर पार्क है जहां पर दो हजार मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जाना है।
https://www.patrika.com/ahmedabad-news/dholera-will-open-new-doors-of-trade-from-sky-land-and-sea-5031536/ 11 हजार हेक्टेयर क्षेत्र पर इस सोलर पार्क विकसित करने के लिए जगह चिन्हित धोलेरा में 11 हजार हेक्टेयर क्षेत्र पर इस सोलर पार्क को विकसित करने के लिए जगह चिन्हित की गई है। जो समुद्र से कुछ ही दूर पर स्थित है। राज्य सरकार ने इसके लिए सैद्धांतिक मंजूरी भी प्रदान कर दी है।
यह जमीन संपूर्ण रूप से धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र विकास प्राधिकरण (डीएसआईआरडीए) के स्वामित्व की है। इसे कोस्टल रेगुलेटरी जोन (सीआरजेड) में बनाया जाएगा।
यह जमीन संपूर्ण रूप से धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र विकास प्राधिकरण (डीएसआईआरडीए) के स्वामित्व की है। इसे कोस्टल रेगुलेटरी जोन (सीआरजेड) में बनाया जाएगा।
दो चरणों में विकसित करने की योजना इस सोलर पार्क को दो चरणों में विकसित करने की योजना है। पहले चरण में जहां एक हजार मेगावाट क्षमता के लिए प्लॉट विकसित होंगे वहीं दूसरे चरण में 4 हजार मेगावाट क्षमता के लिए प्लॉट विकसित किए जाएंगे। यह स्थल सूखे व गर्म जलवायु जोन में स्थित है इसलिए यहां पर डायरेक्ट नॉर्मल इरेडिएंस (डीएनआई) ज्यादा तथा उच्च व्यापक तापमान मिल सकेगा।
धोलेरा सिटी में प्रस्तावित सोलर पार्क दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क होगा। इसके लिए खंभात की खाड़ी के पास के इलाके का चयन किया गया है जो काफी अनुकूल स्थल है। जगदीश सलगांवकर
-प्रोग्राम निदेशक, धोलेरा इंडस्ट्रियल सिटी
-प्रोग्राम निदेशक, धोलेरा इंडस्ट्रियल सिटी