उना में दो बोट डूबी, जानहानि नहीं उधर गिर सोमनाथ जिले में उना के पास समुद्र में दो बोट डूूब गई। हालांकि इस घटना में कोई जानहानि नहीं हुई है। पारसमणि नाम की बोट सैयद राजपरा गांव के समुद्री इलाके में डूबी जबकि दूसरी बोट में इसी इलाके में समुद्र से नौ नॉटिकल मील दूर भी डूब गई। सही समय पर संदेश मिलने की वजह से मछुआरों को बचा लिया गया। मछुआरों को पहले से ही समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। जो समुद्र में गए थे उन्हें वापस बुला लिया गया है। जामनगर से ही तीन सौ मछुआरों को वापस बुलाया गया है।
सभी बंदरगाहों पर दो नंबर का सिग्नल राज्य के सभी बंदरगाहों पर दो नंबर का सिग्नल लगाया गया है, जिसके चलते अमरेली, गिर सोमनाथ, पोरबंदर और जूनागढ़ में समुद्री किनारों पर नावों का जमावड़ा शुरू हो गया है। इतना ही नहीं अहमदाबाद के मौसम में भी बदलाव देखा जा रहा है।
प्रशासन सतर्क गृह मंत्रालय ने भी क्यार चक्रवात को देखते हुए न सिर्फ गुजरात बल्कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, दमन, दीव, लक्षदीप, दादरा नगर हवेली के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर सतर्क रहने को कहा है। चक्रवात के तूफान में बदलने के चलते गुजरात सरकार और जूनागढ़, अमरेली, गिर सोमनाथ, पोरबंदर जिला प्रशासन भी सतर्क है।
चक्रवात के चलते हवा 120-130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से समुद्री इलाकों में चल रही है। इसके चलते रविवार को 200 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका जताई गई है। इस चक्रवात के असर के चलते 31 अक्टूबर तक गुजरात एवं इससे सटे इलाकों में समुद्र में ऊंची लहरे उठने की आशंका जताई गई है। इतना ही नहीं दक्षिण गुजरात में बारिश की भी आशंका है।
चक्रवात के चलते हवा 120-130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से समुद्री इलाकों में चल रही है। इसके चलते रविवार को 200 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका जताई गई है। इस चक्रवात के असर के चलते 31 अक्टूबर तक गुजरात एवं इससे सटे इलाकों में समुद्र में ऊंची लहरे उठने की आशंका जताई गई है। इतना ही नहीं दक्षिण गुजरात में बारिश की भी आशंका है।
ओखा बेट द्वारका बोट सेवा बंद इस चक्रवात को देखते हुए ओखा से बेट द्वारका के बीच चलने वाली बोट सेवा बंद कर दी गई है। चक्रवात के असर के चलते ओखा के समुद्र में भी ऊंची लहरे उठ रही हैं। इस कारणगुजरात मेरिटाइम बोर्ड (जीएमबी) ने यात्रियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए सेवा बंद रखने का निर्णय किया है।