गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’ (लास्ट फिल्म शो) को ‘ऑस्कर पुरस्कार 2023’ के लिए भारत की तरफ से भेजा गया है। इसकी आधिकारिक रूप से घोषणा कर दी गई है। ‘छेल्लो शो’ को 95वें अकादमी पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म श्रेणी के लिए भारत की आधिकारिक एंट्री के रूप में चुनी गई है।
इस तरह इस फिल्म ने इस साल की एस एस राजमौलि की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘आरआरआर’ व विवेक अग्निहोत्री निर्देशित ‘कश्मीर फाइल्स’ को पछाड़ दिया है।
गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’ युवा काल के सपने को बयां करती है। अमरेली के फिल्म मेकर पान नलिन के निर्देशन में बनी इस फिल्म में गुजरात के सौराष्ट्र इलाके के चलाला गांव के 9 वर्ष के बच्चे समय की कहानी है जिसकी जिंदगी में पहली फिल्म देखकर कई उतार-चढ़ाव आते हैं। इस फिल्म ने शुरुआत में 200 करोड़ का व्यापार किया।
इस फिल्म में भाविन रबारी, भावेश श्रीमाली, ऋचा मीणा, दीपेन रावल और परेश मेहता जैसे सितारों ने काम किया है। इसका प्रीमियर 2021 में रॉबर्ट डी नीरो ट्रिबेका फिल्म फेस्टिवल में किया गया था जहां फिल्म ने कई पुरस्कार जीते। इस फिल्म ने गत वर्ष अक्टूबर में 66 वें स्पेन के वैलाडोलिड अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में गोल्डन स्पाइक अपने नाम किया था।
एनआई़ड़ी से डिजाइन और वडोदरा के एमएस यूनिवर्सिटी से फाइन आट्र्स की पढ़ाई कर चुके इस फिल्म के निर्देशक पान नलिन अवार्ड वीनिंग फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले उन्होंने समसारा, वैली ऑफ फ्लावर्स, एंग्री इंडियन गॉडेसेस जैसी फिल्में बनाईं हैं।
पान नलिन का मूल नाम नलिन कुमार पंड्या है जिनका जन्म गुजरात के अमरेली जिले के अडताला गांव में हुआ।
इस तरह इस फिल्म ने इस साल की एस एस राजमौलि की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘आरआरआर’ व विवेक अग्निहोत्री निर्देशित ‘कश्मीर फाइल्स’ को पछाड़ दिया है।
गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’ युवा काल के सपने को बयां करती है। अमरेली के फिल्म मेकर पान नलिन के निर्देशन में बनी इस फिल्म में गुजरात के सौराष्ट्र इलाके के चलाला गांव के 9 वर्ष के बच्चे समय की कहानी है जिसकी जिंदगी में पहली फिल्म देखकर कई उतार-चढ़ाव आते हैं। इस फिल्म ने शुरुआत में 200 करोड़ का व्यापार किया।
इस फिल्म में भाविन रबारी, भावेश श्रीमाली, ऋचा मीणा, दीपेन रावल और परेश मेहता जैसे सितारों ने काम किया है। इसका प्रीमियर 2021 में रॉबर्ट डी नीरो ट्रिबेका फिल्म फेस्टिवल में किया गया था जहां फिल्म ने कई पुरस्कार जीते। इस फिल्म ने गत वर्ष अक्टूबर में 66 वें स्पेन के वैलाडोलिड अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में गोल्डन स्पाइक अपने नाम किया था।
एनआई़ड़ी से डिजाइन और वडोदरा के एमएस यूनिवर्सिटी से फाइन आट्र्स की पढ़ाई कर चुके इस फिल्म के निर्देशक पान नलिन अवार्ड वीनिंग फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले उन्होंने समसारा, वैली ऑफ फ्लावर्स, एंग्री इंडियन गॉडेसेस जैसी फिल्में बनाईं हैं।
पान नलिन का मूल नाम नलिन कुमार पंड्या है जिनका जन्म गुजरात के अमरेली जिले के अडताला गांव में हुआ।
छेल्लो शो पर भरोसा जाने के लिए धन्यवाद ओ माई गॉड, यह रात कैसी गुजरने वाली है। इसके लिए फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई)और जूरी मेम्बर का आभार। छेल्लो शो पर भरोसा जताने के लिए धन्यवाद। अब मैं फिर से सांस ले सकता हूं और सिनेमा पर विश्वास कर सकता हूं जो मनोरंजन करता है, प्रेरणा देता है और प्रबुद्ध करता है।
पान नलिन, फिल्म निर्देशक