1986 बैच के बीएसएफ अधिकारी रवि गांधी ने बीएसएफ गुजरात फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आईजी) का पदभार संभाला। इससे पहले वे नई दिल्ली स्थित बीएसएफ मुख्यालय में महानिरीक्षक (प्रशासन) के पद पर कार्यरत थे। वे अब तक आईजी रहे व गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी जी एस मलिक का स्थान लेंगे।
उन्होने अत्यंत संवेदनशील बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर की कमान सफलतापूर्वक संभाली। इस कार्यकाल के दौरान उनकी ओर से सीमा प्रबंधन में की गई विभिन्न नई पहल की वजह से बांग्लादेश के साथ लगी पूर्वी सीमा की प्रभावी ढंग से देखभाल की गई। उन्होंने बीएसएफ के प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों में से एक प्रशिक्षण केंन्द्र और स्कूल, हजारीबाग की भी कमान संभाली जो कमांडो और विस्फोटक प्रशिक्षण के लिए उत्कृष्टता का केन्द्र माना जाता है।
36 से अधिक वर्षों का व्यापक अनुभव रखने वाले गांधी ने भारत की पूर्वी और पश्चिमी सीमाओं के साथ-साथ प्रशिक्षक और स्टाफ अधिकारी जैसे जिम्मेदारी के पदों पर कार्य किया है।
1996-97 में बोस्निया में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भी कार्य कर चुके गांधी को वीरता व विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक और अति उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है।
उन्होने अत्यंत संवेदनशील बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर की कमान सफलतापूर्वक संभाली। इस कार्यकाल के दौरान उनकी ओर से सीमा प्रबंधन में की गई विभिन्न नई पहल की वजह से बांग्लादेश के साथ लगी पूर्वी सीमा की प्रभावी ढंग से देखभाल की गई। उन्होंने बीएसएफ के प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों में से एक प्रशिक्षण केंन्द्र और स्कूल, हजारीबाग की भी कमान संभाली जो कमांडो और विस्फोटक प्रशिक्षण के लिए उत्कृष्टता का केन्द्र माना जाता है।
36 से अधिक वर्षों का व्यापक अनुभव रखने वाले गांधी ने भारत की पूर्वी और पश्चिमी सीमाओं के साथ-साथ प्रशिक्षक और स्टाफ अधिकारी जैसे जिम्मेदारी के पदों पर कार्य किया है।
1996-97 में बोस्निया में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भी कार्य कर चुके गांधी को वीरता व विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक और अति उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है।