नगेन्द्र सिंह
Ahmedabad. राहगीरों की सुरक्षा के लिए चौराहों पर बनाए गए जेब्रा क्रॉसिंग (पेडेस्ट्रियन क्रॉसिंग) ही उनके लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2021 में देश के प्रमुख 53 शहरों में जेब्रा क्रॉसिंग से सडक़ पार करने के दौरान हुई दुर्घटनाओं में 756 लोगों की जान चली गई। सबसे ज्यादा 161 लोगों की मौत अहमदाबाद शहर में हुई है। इसमें 130 पुरुष, 31 महिलाएं शामिल हैं। 63 लोगों की मौत के साथ दिल्ली ऐसे मामलों में दूसरे स्थान पर है जबकि विशाखापट्टनम 62 मौतों के साथ तीसरे, मुंबई 47 मौत के साथ चौथे स्थान पर और ग्वालियर 47 मौत के साथ पांचवें स्थान पर है। इतना ही नहीं वर्ष 2020 के मुकाबले ऐसे मामलों में मौत की संख्या बढ़ी है। 2020 में जेब्रा क्रॉसिंग पार करने के दौरान दुर्घटना के चलते 522 लोगों की मौत हुई थी। बीते साल अहमदाबाद 121 मौतों के साथ दूसरे स्थान पर था। जबकि चेन्नई 151 मौत के साथ 2020 में टॉप पर था।
यातायात विशेषज्ञ इसके पीछे की वजह लोगों में ट्रैफिक नियमों की पालना के प्रति अनदेखी और शहरों की रोड इंजीनियरिंग में खामी, जेब्रा क्रॉसिंग की गलत जगह, ट्रैफिक पुलिस की नियम पालना में कोताही बड़ी वजह बताते हैं। इतना ही नहीं अहमदाबाद में तो फुट ओवरब्रिज ही नहीं हैं। सिर्फ एक ब्रिज सीटीएम एक्सप्रेस हाईवे के पास है। ज्यादातर चौराहों पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है।
जेब्रा क्रॉसिंग पार करने के दौरान ही दुर्घटना में मौत के बढ़ते मामलों की वजह शहर में फुट ओवरब्रिज की भारी कमी है। जो जेब्रा क्रॉसिंग हैं उसमें से भी ज्यादातर गलत जगह बने हैं। वह जहां खुलते हैं वहां या तो दीवार होती है या गार्डन या अन्य दुकान। चौराहों के पास अतिक्रमण, रोड इंजीनियरिंग में खामी, स्पीड ब्रेकरों का नियमों के अनुकूल न बने होना, वाहन चालकों का ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करना, सिग्नल की अनदेखी बड़ी वजह हैं। इसे रोकने के लिए वाहन चालकों को जागरुक करने के साथ ट्रैफिक सिग्नल की ऊंचाई बढ़ाने, उनमें टाइमर दूर से दिखे और हमेशा चालू रहे उसे सुनिश्चित करना होगा। चौराहों से अतिक्रमण हटाने की जरूरत है।
-अमित खत्री, ट्रैफिक एक्सपर्ट, अहमदाबाद
अहमदाबाद- 161
दिल्ली- 63
विशाखापट्टनम- 62
मुंबई- 47
ग्वालियर- 47
रायपुर- 46
तिरुचिरापल्ली- 42
लखनऊ- 40
बेंगलुरू- 33
भोपाल- 22
जयपुर- 21
कोलकाता- 18
चेन्नई- 03
(स्त्रोत: एनसीआरबी रिपोर्ट 2021)