पांच बार के सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में नवगठित मंत्रिमंडल में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। हालांकि आगरा मंडल से हैट्रिक लगाने वाली मथुरा की सांसद हेमा मालिनी के भी मंत्री बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे थे। इसी तरह अलीगढ़ से तीसरी बार सांसद बने सतीश गौतम को भी स्थान नहीं मिला है। लेकिन भाजपा में आकर पिछड़ों के नेता के रूप में उभरे बघेल पर भाजपा नेतृत्व ने विश्वास जताया। उन्हें दूसरी बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है। इसके पहले वर्ष 2021 में मोदी सरकार में उन्हें विधि एवं कानून राज्य मंत्री बनाया गया था।
2023 में मिला था केंद्रीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा राज्य मंत्री का प्रभार
साल 2023 में उन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा राज्य मंत्री का प्रभार दिया गया। अब तीसरी बार वह फिर से मंत्री बनने में सफल रहे। इसके पहले आगरा से सांसद रहे रामशंकर कठेरिया भी केंद्र सरकार में कुछ समय के लिए मानव संसाधन राज्य मंत्री रह चुके हैं। बघेल ने कहा, “वह हमेशा की तरह देश और आगरा की तरक्की के लिए काम करते रहेंगे। उनका उद्देश्य आगरा को अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहर बनाना है। इसके लिए वह लगातार प्रयासरत हैं।”दरोगा भी रह चुके हैं बघेल
केंद्रीय मंत्रिमंडल में दूसरी बार मंत्री बनाए गए बघेल राजनीति में आने से पहले पुलिस विभाग में पुलिस उपनिरीक्षक थे। 1989 में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव की सुरक्षा में तैनात रहे थे। यहीं से उनकी काबिलियत को मुलायम सिंह ने पहचाना और जलेसर से टिकट देकर राजनीति में प्रवेश कराया। वह मुलायम सरकार में भी मंत्री रहे। पुलिस की नौकरी छोड़ने के बाद वह आगरा कॉलेज में मिलिट्री साइंस के प्रोफेसर भी रहे। यह भी पढ़ें
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राजनीतिक यात्रा
1. 1988 में पहली बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद बने। इसके बाद जलेसर से तीन बार सांसद चुने गए। 2010 में बसपा ने उन्हें राज्यसभा में भेजा। राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी भी दी। 2. 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए। फिरोजाबाद से सपा के अक्षय यादव के विरुद्ध चुनाव लड़ा मगर सफल नहीं हो सके। 3. जुलाई 2015 में भाजपा ने उन्हें भाजपा पिछड़ा आयोग का अध्यक्ष बनाया। 2017 में टूंडला विधानसभा सीट से विधायक बने और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने।
4. 2019 में आगरा लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। 5. 2021 में केंद्र सरकार में राज्य मंत्री बनाए गए। 6. 2022 में करहल विधानसभा का चुनाव अखिलेश यादव से लड़े और हार गए।
7. 2024 में आगरा लोकसभा सीट से दूसरी बार सांसद चुने गए।