मामला सैंया के गांव बिरहरू निवासी भूरी सिंह का परिवार घर में सो रहा था। उनके आठ साल का बेटा डेविड बाहर बरामद में टीनशेड के नीचे सो रहा था। रात करीब 12 बजे तेंदुए ने बच्चे पर हमला कर दिया। बच्चे को मुंह में भरकर ले जाने लगा। बच्चे की चीख सुनकर घरवाले जाग गए। उनके शोर मचाने पर आस-पास के लोग भी आ गए। उन्होंने तेंदुए की पीछा किया। टॉर्च लेकर उसकी घेराबंदी की।
शोर सुनकर तेंदुआ बच्चे को छोड़कर भाग गया। बच्चे के शरीर से ज्यादा ब्लड निकलने से उसकी हालत गंभीर हो रही थी। परिजनों ने मासूम को अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां डॉक्टरों की टीम मासूम का 75 टांके लगाए। घटना थाना सैंया क्षेत्र की गुरुवार देर रात की है। उन्होंने कहा कि बच्चे के चेहरे को नोंचने से बेटा घायल हो गया है। गाल पूरी तरह से कट गया है। इधर, ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम पहुंची। बच्चे को उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती करवाया है।
परिजनों ने बताया कि बेटा बाहर सो रहा था। हम लोग भी घर के बरामदे में सो रहे थे। तभी बच्चे के चीखने की आवाज सुनाई दी। आवाज सुनकर अचानक उठे तो आवाज दीवार की तरफ से आ रही थी। टॉर्च जलाया तो देखा तेंदुआ बच्चे को ले जा रहा था। तभी शोर मचाया। आसपास के लोग भी लाठी-डंडा लेकर पहुंचे। शोर सुनकर तेंदुआ छोड़कर भाग गया। बच्चे पर हमले के बाद ग्रामीणों में दहशत है।
सूचना पाकर पहुंची वन विभाग की टीम ने तेंदुए के पैरों के निशान लिए हैं। कुछ दिन पहले पेट्रोल पंप कर्मचारी ने एक तेंदुए का एक वीडियो बनाया था। वह वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा हैकि एक मादा तेंदुआ अपने शावक के साथ दिख रही है। एसीपी सैंया पीयूषकान्त राय ने बताया कि तेंदुए की जानकारी पर सर्किल के सभी थानों को ग्रामीणों को सजग रहने को कहा है। वन विभाग को तेंदुए के क्षेत्र में होने की जानकारी दी है। वन विभाग की टीम तेंदुए की तलाश कर रही है।
प्रमोद कुशवाह की रिपोर्ट