पुलिस की तत्परता से 14 माह की बच्ची को अपहरण के बाद 24 घंटे के अंदर सकुशल बरामद कर लिया गया। बच्ची की मां पर एक सिरफिरे की नजर थी। महिला ने दोस्ती नहीं की तो सबक सिखाने के लिए उसने बच्ची का अपहरण कर लिया। मुकदमे के बाद पुलिस ने बदायूं में दबिश दी थी। आरोपित मूलतः वहां का निवासी है। कई बार रोका था रास्ता आरोपित नीरज लंबे समय से महिला के पीछे पड़ा था। फोन करके उससे दोस्ती करने की कहता था। महिला ने यह बात घरवालों को इसलिए नहीं बताई कहीं झगड़ा नहीं हो जाए। उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि सिरफिरा बच्ची को ही उठाकर ले जाएगा।
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बदनामी के कारण महिला ने घरवालों को नहीं बताया
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि आरोपी नीरज लंबे समय से महिला पर दोस्ती करने का दबाव डाल रहा था। कई बार उसने रास्ते में रोककर बात करने की कोशिश की थी। फोन करके परेशान कर रहा था, लेकिन बदनामी के कारण महिला ने घरवालों को नहीं बताया। इसे ही आरोपी ने उसकी कमजोरी समझ लिया। सुशील नगर (एत्मादद्दौला) निवासी गजेंद्र की 14 माह की बालिका नेहा का अपहरण हुआ था। गजेंद्र की पत्नी ने पुलिस को बताया कि मोहल्ले में रहने वाले नीरज उर्फ नीलेश ने फोन करके उसे बुलाया। उसके साथ मारपीट करके बच्ची को उठा ले गया। आरोपित महिला पर बुरी नजर रखता था। उससे दोस्ती करना चाहता था। महिला ने उसकी बात नहीं मानी थी, वह इससे खफा था। मां को खून के आंसू रुलाने के लिए सिरफिरे ने बालिका का अपहरण किया था। आपको बता दें सर्विलांस की ली गई मदद बदायूं की बिल्सी तहसील पहुंचकर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी। सर्विलांस की मदद ली गई। आरोपी को खोज निकाला। बच्ची उसके पास से सकुशल मिल गई। जैसे ही यह खबर बच्ची के माता-पिता को मिली, उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। पुलिस टीम देर रात बच्ची को आगरा लेकर आई। उचित कार्यवाही करके आरोपित नीरज को अपहरण और मारपीट के आरोप में जेल भेजा जाएगा।
आगरा से प्रमोद कुशवाहा की रिपोर्ट