पत्नी और बेटी ने लगा दी है जान
जिन 8 लोगों को कतर में जासूसी करने के आरोप में मौत की सजाई सुनाई गई थी। उनमें से एक आगरा के गांधी नगर निवासी पूर्व कमांडर संजीव गुप्ता भी हैं। पूर्व कमांडर की अधिवक्ता बेटी और पत्नी ने उनकी वापसी के लिए अपनी जी-जान लगा दी है।
जिन 8 लोगों को कतर में जासूसी करने के आरोप में मौत की सजाई सुनाई गई थी। उनमें से एक आगरा के गांधी नगर निवासी पूर्व कमांडर संजीव गुप्ता भी हैं। पूर्व कमांडर की अधिवक्ता बेटी और पत्नी ने उनकी वापसी के लिए अपनी जी-जान लगा दी है।
पिता की आंखें डबडबा आईं
वहीं पूर्व कमांडर के पिता ने जब बेटे के वापसी की उम्मीद जगने की बात पता चली तो खुशी के आंसुओं से उनकी आंखें डबडबा आईं। वो बोले, मेरा बच्चा जरूर वापस आएगा। भगवान ने मेरी प्रार्थना सुन ली। मुझे सरकार पर पूरा भरोसा है।
वहीं पूर्व कमांडर के पिता ने जब बेटे के वापसी की उम्मीद जगने की बात पता चली तो खुशी के आंसुओं से उनकी आंखें डबडबा आईं। वो बोले, मेरा बच्चा जरूर वापस आएगा। भगवान ने मेरी प्रार्थना सुन ली। मुझे सरकार पर पूरा भरोसा है।
1 साल से कतर में कैद हैं सभी
बता दें कि कतर में जासूसी के आरोप में आठ पूर्व नौसैनिकों के घर वापसी की उम्मीद जगने के बाद परिवारजन खुश हैं। गुरुवार को सुनवाई के समय कतर की अदालत ने मामले पर विचार के लिए जल्द ही सुनवाई शुरू करने का निर्णय लिया है। ये सभी भारतीय नौसेना के अधिकारी थे। जिन्होंने अपनी इच्छा से रिटायरमेंट लेकर कतर की एक कंपनी अल दहरा में काम कर रहे थे।
प्रमोद कुशवाहा की रिपोर्ट
बता दें कि कतर में जासूसी के आरोप में आठ पूर्व नौसैनिकों के घर वापसी की उम्मीद जगने के बाद परिवारजन खुश हैं। गुरुवार को सुनवाई के समय कतर की अदालत ने मामले पर विचार के लिए जल्द ही सुनवाई शुरू करने का निर्णय लिया है। ये सभी भारतीय नौसेना के अधिकारी थे। जिन्होंने अपनी इच्छा से रिटायरमेंट लेकर कतर की एक कंपनी अल दहरा में काम कर रहे थे।
प्रमोद कुशवाहा की रिपोर्ट