बीते दिनों, प्रिंसिपल केसी मालवीय ने पानी की समस्या को लेकर सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। जिसके लेकर सरपंच ने अपने राजनीतिक रसूख के दम पर प्रिंसपल का ट्रांसफर करवा दिया था।
ग्रामीणों ने किया था ट्रांसफर का विरोध
सरपंच के राजनीतिक रसूख के चलते प्रिंसिपलकेसी मालवीय का ट्रांसफर कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने जिले के ही किसी स्कूल में कर दिया था। जिसके बाद ग्रामीणों ने प्रशासन के इस फैसले पर काफी नाराजगी व्यक्त की थी। इसके बाद ग्रामीणों की आवाज पर इस ट्रांसफर को रोक दिया गया। जिसके बाद ग्रामीणों ने प्रिंसपल केसी मालवीय को घोड़े पर बिठाकर पूरा गांव घुमाया था।
क्या है पूरा मामला
आगर-मालवा के पालखेड़ी के सरकारी स्कूल में पानी की पीने की समस्या थी। जिसको लेकर प्राचार्य ने गांव के सरपंच को पहले ही इस परेशानी से अवगत करा दिया था। इसके बाद कुछ दिन बीत जाने के बाद समस्या ठीक नहीं हुई तो प्राचार्य ने सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। प्राचार्य ने कहा कि ऐसे जनप्रतिनिधियों के खिलाफ तो पुलिस में शिकायत करनी चाहिए। इस बयान के बाद सरपंच ने आरोप लगाया था कि उन्हें सबसे सामने बेइज्जत किया गया है। जिसके बाद इस मामले में राजनीतिक हस्ताक्षेप हो गया और प्रिंसपल का ट्रांसफर कर दिया गया था।