आपातकाल को लेकर दिया ये बयान
उपराष्ट्रपति
जगदीप धनखड़ कहा कि आज की पीढ़ी को बड़ी मुश्किल से मिली देश की आजादी के महत्व को समझते हुए आपातकाल के काल खंड को कभी नहीं भूलना चाहिए। जिसमें एक व्यक्ति ने इच्छापूर्ति व पद के लिए लाखों लोगों के अधिकारों को कूड़ेदान में फेंक दिया था। 26 नवंबर को संविधान दिवस व 25 जून को संविधान हत्या दिवस उसी की याद दिलाने के लिए है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड की रिपोर्ट का हवाला देकर देश में सरकारी नौकरी के अलावा भी रोजगार के बहुत से अवसर होने की बात कही।
वर्तमान में देश में उन्होंने पंडित दीनदयाल की अंत्योदय योजना के अनुसार काम करते हुए विकसित राष्ट्र की तरफ ले जाने वाली सरकार भी बताया। कार्यक्रम में राज्यपाल हरिभाउ वागडे ने अपने अनुभव साझा करते हुए पं. दीनदयाल उपाध्याय को आचारशील, विचारशील, सुशील, धर्मशील व चिंतनशील व्यक्तित्व बताया। इससे पहले विवि परिसर में पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण व पार्क का लोकार्पण किया गया।
स्मारक स्थल का होगा विकास- गजेन्द्र सिंह
उधर, कालवाड़ (जयपुर) में धानक्या स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मारक स्थल पर दीनदयाल उपाध्याय जयंती समारोह में केन्द्रीय मंत्री
गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि उपाध्याय एकात्म मानववाद के प्रणेता थे, इसलिए सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय स्मारक स्थल के विकास की भी बात कही। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय की ओर से स्मारक स्थल का विकास कराया जाएगा।