इस दौरान मंच पर अठावले भी उपस्थित थे। जिसके बाद गडकरी ने स्पष्ट किया कि वह सिर्फ मजाक कर रहे थे। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के मुखिया रामदास अठावले मोदी सरकार के तीनों कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री रहे है और उन्होंने बीजेपी के सत्ता में लौटने पर अपना मंत्री बनने का सिलसिला जारी रखने का विश्वास जताया है।
अठावले ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति सरकार में सहयोगी उनकी पार्टी आरपीआई (आठवले) को आगामी विधानसभा चुनावों में कम से कम 10 से 12 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिलना चाहिए।
नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए अठावले ने कहा कि आरपीआई अपने पार्टी चिन्ह पर चुनाव लड़ेगी और विदर्भ में तीन से चार सीटें मांगेगी, जिसमें उत्तरी नागपुर, उमरेड (नागपुर), यवतमाल में उमरखेड़ और वाशिम शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी ने 18 संभावित सीटों की सूची बनाई है, जिसे जल्द ही महायुति सहयोगियों के साथ साझा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे में कम से कम 10 से 12 सीटें आरपीआई कको मिलने की उम्मीद है। बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी को अपने कोटे से उनकी पार्टी को चार-चार सीटें देनी चाहिए।
गौरतलब हो कि आरपीआई महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें बीजेपी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल है।