अमित शाह ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, 2017 में पटेल आंदोलन के दौरान हमें गुजरात के गांवों में जाने नहीं दिया जा रहा था। हर तरफ नकारात्मकता थी। लेकिन तब हमने रणनीति के दम पर ही विरोधियों के मुंह से घास (जीत) छीन ली।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने बीजेपी कार्यकर्ता संवाद सभा को संबोधित करते हुए कहा, “किसानों की नाराजगी, मराठा आंदोलन या अन्य सारी चिंताओं को आप देवेंद्र फडणवीस और अन्य नेताओं पर छोड़ दीजिये, आप केवल मतदान केंद्रों को बांटकर मतदान प्रतिशत को 10 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए काम करें, पार्टी द्वारा दिए गए सभी कार्यक्रमों को पूरा करवाएं, विश्वास रखें कि मराठवाड़ा की 30 सीटों पर महायुति के उम्मीदवार जीतेंगे।“
उन्होंने कहा, “बीजेपी का काम असंभव को संभव बनाना है। चुनाव जोश से नहीं रणनीति से लड़ा जाता है। हम मराठा आंदोलन, दलित या किसानों की नाराजगी आदि से अवगत हैं। कार्यकर्ताओं को चेहरे गिराकर काम नहीं करना चाहिए। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जीत मिली है। नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। पंडित जवाहरलाल नेहरू के बाद केवल वह लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने है।“
इस दौरान अमित शाह ने कार्यकर्ताओं से पूछा कि क्या आप राहुल गांधी के प्रभाव में आ गए हैं क्या… अमित शाह ने सुझाव दिया कि चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे गुट और शरद पवार गुट के असंतुष्ट कार्यकर्ता को भी अपने साथ शामिल करें।