यह पहला मौका नहीं है जब आरपीएससी के सदस्यों पर पेपर लीक और धांधली के आरोप लगे हैं। इससे पहले भी आयोग के विभिन्न सदस्यों पर ऐसे गंभीर आरोप लग चुके हैं। बीते कुछ सालों में एक बार नहीं कई बार आरपीएससी की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है और इसका खामियाजा उन लाखों बच्चों को चुकाना पड़ा है जो प्रतियोगी परीक्षाएं पास करने सरकारी कर्मचारी बनने के लिए तैयारियां कर रहे थे।
सदस्य कर चुके हैं प्रतिष्ठा खराब… बाबूलाल कटाराः आरपीएससी के पूर्व सदस्य, जिन पर पेपर लीक में संलिप्तता का आरोप लगा है। कटारा की शिक्षा और राजनीतिक पृष्ठभूमि ने उन्हें इस स्थिति तक पहुंचाया, लेकिन अब उनका नाम विवादों में आ गया है। कटारा पर पेपर एक करोड़ रुपए में बेचने के आरोपों के बाद वे अरेस्ट हैं।
रामू राम राईकाः राईका ने अपने बच्चों को परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र देने का काम किया। उसका साथ दिया उसके दोस्त बाबूलाल कटारा ने। एसआई भर्ती परीक्षा में बेटी को टॉपर बना दिया, जबकि इससे पहले बेटा और बेटी ने जितनी भी परीक्षाएं बिना नकल के दीं किसी में भी वे पास तक नहीं हो सके थे। अब पिता, पुत्र और पुत्री समेत एसआई भर्ती केस में कई लोग अरेस्ट हैं।
हबीब खान गौराणः आरपीएससी के पूर्व चेयरमैन, जिन पर 2013 में न्यायिक सेवा परीक्षा के पेपर लीक का आरोप लगा। वे अपनी बेटी के लिए प्रश्नपत्र हासिल करने गए थे, जबकि उन्होंने पहले ही उस परीक्षा से खुद को अलग कर लिया था। बाद में हबीब खान ने सरेंडर कर दिया था।
सज्जन सिंहः आरपीएससी के कनिष्ठ लेखाकार, जिन्हें रिश्वत लेते पकड़ा गया था। यह मामला तब सामने आया जब उन्होंने एक परीक्षार्थी से ज्यादा अंक दिलाने के लिए पैसे मांगे थे। बाद में उसे अरेस्ट कर लिया गया था। सज्जन सिंह से पूछताछ के बाद आरपीएएसी की एक सदस्या राजकुमारी गुर्जर पर भी रुपए लेने के आरोप लगे थे, लेकिन बाद में उनको क्लीन चिट मिल गई थी।
अन्य कई सदस्यों के नाम भी रहे विवादों मेंः आरपीएससी के कुछ अन्य सदस्य जिनमें संगीता आर्य, मंजू शर्मा, केसरी सिंह और शिव सिंह राठौड़ जैसे नाम शामिल हैं। इन सदस्यों पर भी समय समय पर आरोप लगे हैं। लेकिन इनमें से कुछ को जांच के बाद क्लीन चिट मिल गई। जबकि कई अभी भी जांच के दायरे में हैं।
उल्लेखनीय है कि आरपीएससी… राजस्थान सरकार की एजेंसी है जो सिपाही से लेकर आरएएस भर्ती जैसी बड़ी परीक्षाएं कराती हैं। हर साल करोड़ों छात्र इन परीक्षाओं में बैठते हैं। लेकिन इन परीक्षाओं की साख पर पिछले कुछ सालों से लगातार बट्टा लग रहा है। आरपीएएसी ने हाल ही में अगले साल सितंबर तक के लिए परीक्षाओं का कलेंडर जारी किया है।