– लिपोमा की बात करें तो ये बॉडी के किसी भी हिस्से में हो सकता है जैसे कि कंधे, पेट, जांघ, हाँथ, पैर, पीठ आदि में।
-लिमोपा आमतौर पर दर्दनाक नहीं होता है, लेकिन ये ज्यादा बढ़ने पर गांठ भी बन सकती है, जिसके कारण ये दर्दनाक साबित होते हैं।
-लिपोमा की बात करें तो ये ज्यादा टाइट गांठ नहीं होती है, उंगलियों से यदि इसपर प्रेशर बनाया जाता है तो ये आसानी से इधर-उधर चलते हैं।
-लिपोमा कि शुरुआत की बात करें तो ये दिखने में छोटे से होते हैं, लेकिन समय के साथ ही ये बढ़ना शुरू कर देते हैं।
जानिए इस बीमारी का खतरा किस व्यक्ति को ज्यादातर होता है
लिपोमा की बीमारी का खतरा आमतौर पर 40 से लेकर 60 वर्ष के लोगों को ज्यादातर होती है, ये बीमारी अक्सर इस ऐजग्रुप के लोगों को ज्यादातर होती है, इसलिए कहा जाता है कि बढ़ती उम्र के लोगों को वजन कम रखने कि बहुत ही ज्यादा आवश्य्कता होती है।
लिपोमा होने के कई सारे कारण हो सकते हैं, जैसे कि शरीर में फैट जरूरत से ज्यादा बढ़ जाने के कारण, वहीं इसके होने का कारण ये भी हो सकता है कि ये अनुवांशिक रूप से परिवारों में एक-दूसरे को हो सकता हो।
– दर्द या असुविधा का अभाव
– गांठ का आकार धीरे-धीरे बढ़ता है
लिपोमा के कारण लिपोमा के कारणों के बारे में पूरी तरह से पता नहीं है। हालांकि, कुछ कारकों को लिपोमा के जोखिम को बढ़ाने वाला माना जाता है, जिनमें शामिल हैं:
उम्र
मोटापा
कुछ दवाएं
लिपोमा का इलाज लिपोमा का कोई इलाज नहीं है। हालांकि, यह आमतौर पर बिना किसी समस्या के ही रहती है। कुछ मामलों में, लिपोमा को सर्जरी द्वारा हटाया जा सकता है।