यह भी पढ़ें : मंदिर के अधिपति ने ही प्रसाद में मिलवाई चर्बी और मछली तेल, पंडित प्रदीप मिश्रा का बड़ा खुलासा एमपी के 20 शहरों में नगरीय विकास एवं आवास विभाग की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 1505 बसों का संचालन किया जा रहा है। जेएनएनयूआरएम, एफएएमई-1 और अमृत 1.0 जैसी योजनाओं में 1196 शहरी और 309 अंतर्शहरी बसों का संचालन किया जा रहा है। इन बसों के संचालन के लिए सरकार ने परिवहन कंपनियों का गठन किया है।
20 नगरीय निकायों में परिवहन कंपनियों के गठन के साथ ही कई नई शुरुआत की जा रही है। प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी का प्रारूप बनाया गया है। इसके लिए ईव्ही-तरंग पोर्टल भी विकसित किया गया है।
एमपी के तीनों प्रमुख मेगा शहरों भोपाल, इंदौर और जबलपुर में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए 217 ई-चार्जिंग अधोसंरचना विकास का काम किया जा रहा है। इतना ही नहीं पीएम ई-बस के लिए भी निविदा जारी की जा चुकी हैं।
15 शहरों में अमृत योजना के अंतर्गत चल रही बसों में यात्रियों के लिए कई नई सुविधाएं जुटाई गई हैं। इन बसों में आईटीएमएस उपकरण, जीपीएस, कैमरा, यात्री सूचना तंत्र विकसित किया गया है। सबसे खास बात तो यह है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए इन बसों में पैनिक बटन भी लगाए गए हैं।