मामले की जांच के दौरान, तत्कालीन सीओ श्वेता यादव पर चार्जशीट 15 महीने तक अपने पास रखने का आरोप लगा। कोर्ट ने इस पर नाराजगी जताते हुए पुलिस और शासन के उच्च अधिकारियों को श्वेता यादव के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। प्रेमनगर पुलिस ने इस घटना पर जानलेवा हमला और धमकी देने का मामला दर्ज किया था। 2022 में पुलिस ने मामले की विवेचना पूरी करके चार्जशीट सीओ श्वेता यादव को भेजी, पर उन्होंने इसे 15 महीने बाद कोर्ट में प्रस्तुत किया। अदालत ने इस देरी पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है और सीओ के खिलाफ जांच का आदेश दिया है।
वादी चंद्रशेखर भारद्वाज ने थाना प्रेमनगर में शिकायत दर्ज कराई थी कि 21 नवंबर 2021 की शाम को उनकी पत्नी कृष्णा भारद्वाज पर ललित सक्सेना और उसके साथियों ने हमला किया। हमले के दौरान, कृष्णा के सिर पर गंभीर चोटें आईं, लेकिन स्थानीय लोगों ने समय रहते उन्हें बचा लिया। हमले के वक्त ललित सक्सेना धमकी दे रहा था कि वह कृष्णा को विधायक बनने नहीं देगा और उन्हें मार डालेगा।