मुख्यमंत्री इस परियोजना के पहले चरण का शुभारंभ करेंगे, जिसे सरकार ने देश में अपनी तरह का पहला शहर बताया है। प्रस्तावित शहर 2000 एकड़ के भूखंड पर बसा होगा, जिसका पहला चरण 500 एकड़ में बनाया जाएगा। उद्योग और बुनियादी ढांचा मंत्री एमबी पाटिल ने कहा कि इस परियोजना पर लगभग 40,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इससे लगभग 100,000 नौकरियां मिलने की उम्मीद है।
सरकार ने परियोजना की प्रगति की निगरानी के लिए डॉ. देवी शेट्टी, किरण मजूमदार-शॉ, प्रशांत प्रकाश, थॉमस ओशा, रॉन किमबॉल, मोहनदास पाई और निखिल कामथ जैसे प्रतिष्ठित नागरिकों की एक सलाहकार समिति बनाई है।
पाटिल ने कहा कि शहर को प्रति एकड़ 100 लोगों के आवासीय घनत्व को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केएचआआर-सिटी से राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देने और निर्यात को बढ़ावा देने की उम्मीद है, जिससे बेंगलुरु को वैश्विक स्तर पर अधिक प्रमुखता मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह शहर विश्व स्तरीय विश्वविद्यालयों, अस्पतालों, नवीन उद्योगों और अनुसंधान संस्थानों का घर होगा।