सेमलानी ने ज्ञापन में बताया कि मैसूरु व बेंगलूरु से राजस्थान के लिए एक भी नियमित ट्रेन नहीं होने के कारण प्रवासी बंधुओं को वेटिंग टिकट में ही यात्रा करने को मजबूर होना पड़ता था। रेलवे ने अब वेटिंग टिकट में यात्रा करने पर भी पाबंदी लगा दी है। इसके बाद प्रवासी बंधुओं के लिए खासी परेशानी हो गई है। चार माह पहले जिस दिन ट्रेन खुलती है उसी दिन सभी ट्रेनों में आरक्षण फुल हो जाता है और पहले दिन से ही वेटिंग टिकट शुरू हो जाते हैं। ऐसे में त्योहार व वैवाहिक सीजन में अपने घर जाने का प्रवासियों का सपना धूमिल होता नजर आ रहा है। उन्होंने बताया कि रेलवे ने राजस्थान के विभिन्न शहरों के लिए मैसूरु व बेंगलूरु से नौ जोड़ा ट्रेन चला रखी है। ताज्जुब की बात ये है कि इनमें से एक भी ट्रेन दैनिक नहीं है। बेंगलूरु-मैसूरु व यशवंतपुर से राजस्थान की ओर जाने वाली नौ ट्रेनों में से पांच साप्ताहिक व चार द्विसाप्ताहिक ट्रेन हैं। हाल ये है कि कर्नाटक की राजधानी से राजस्थान की राजधानी को जोडऩे के लिए मात्र दो ट्रेन हैं। इनमें एक यशवंतपुर जयपुर साप्ताहिक सुविधा एक्सप्रेस व एक द्विसाप्ताहिक ट्रेन मैसूरु जयपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन है। इस अवसर पर कर्नाटक इनरवियर एसोसिएशनन (किया) के अध्यक्ष दिलीप जैन, जय क्रांति युवा सेना के अध्यक्ष विनोद चौहान,गांधीनगर भाजपा मंडल अध्यक्ष शैतान सिंह राजपुरोहित, प्रेस्टिज वेस्टवुड सीनियर सिटीजन संघ के नरेन्द्र सिंघवी, किया के सदस्य मूलसिंह राजपुरोहित भी उपस्थित थे।