जब उसके दोस्तों ने उसे नहीं देखा तो वो लगे ढूंढने। बड़ी मशक्कत के बाद उसको पानी में से निकाला जा सका।
आनन फानन में परिजन उसे मनियर सीएचसी ले गए, जहां मौके पर कोई डॉक्टर नहीं मिला। फर्मासिस्ट ने उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया।
परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने मनीष को मृत घोषित कर दिया।
मनीष की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। उसकी मां दो बहनों और बड़े भाई का रो रो कर बुरा हाल था। मनीष कक्षा 5 में पढ़ने वाला एक होनहार छात्र था।