उदयलाल ने बताया कि वह अपने साथी मजदूर के साथ 25 दिसम्बर को बरवाड़ा गांव में कृषि कनेक्शन गया था। पोल पर काम करने से पूर्व पानेर गांव में पावर हाउस पर विद्युत कार्य करने की सूचना दी लेकिन सप्लाई बंद नहीं हुई जैसे ही वह पोल पर चढ़ा। उसी समय हाईटेंशन लाइन से आए करंट से दोनों हाथ झुलस गए और झटके से नीचे गिर गया। साथी कार्मिकों ने उसे उदयपुर हॉस्पिटल पहुंचाया जहां झुलसने से दोनों हाथों की कलाइयों के नीचे के हिस्से को काटने पड़े। दो माह तक ईलाज चला, मुआवजे के लिए विभाग और ठेकेदार को बताया लेकिन पांच माह बीतने के बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। घर में पत्नी मजदूरी कर घर चला रही है हालांकि विद्युत विभाग के कार्मिकों ने अपने स्तर पर राशि एकत्रित कर उसे दी है।
— विभाग में ठेका प्रणाली हावी… विघुत विभाग ने कृषि कनेक्शन के लिए एक कंपनी को अधिकृत कर रखा है कंपनी गोगुंदा क्षेत्र में कनेक्शन के लिए ठेकेदार के जरिए युवाओं को कनेक्शन के काम पर रखा हुआ है। कंपनी और स्थानीय ठेकेदार लालच के चलते बिना सुरक्षा साधनों और काम करने के दौरान सप्लाई बंद हुई है या नहीं इसकी सुनिश्चिता की, बगैर हाईटेंशन लाइन पर काम करवाया जाता है जिससे कहीँ बार हादसे हो जाते है ईलाज की छोटी मोटी राशि दे कर मामले को दबा देते हैं।
— ठेके प्रणाली से लगे कई कार्मिक ग्रामीणों से कनेक्शन करने के लिए अवैध रूप से राशि भी ले रहे हैं, शिकायत होने पर ठेकेदार का आदमी बता कर पल्ला झाड़ लिया जाता है। क्षेत्र कहीं जगह पोल खड़े हो गए डीपी लग चुकी है लेकिन इस काम को कर रही कंपनी के कार्मिक नहीं आने से कनेक्शन नहीं हो रहें हैं विभाग की भी सांठगांठ होने से कोई कार्यवाही नहीं हो पाती।
इनका कहना है। गोगुंदा से मुआवजे का प्रकरण यहां आया है जांच कर रिपोर्ट कमेटी को सौंपी जाएगी जिसके बाद कार्य कर रही कंपनी की ओर से मुआवजा दिया जाएगा। बलवंत चौहान अधिशाषी अभियंता विद्युत विभाग उदयपुरकरंट ने छीने दोनों हाथ, एकमात्र कमाने वाले ही हुआ बेसहारा