बजरंग पूनिया ने वीडियो शेयर कर लिखा, ‘मेरे बारे में जो डोप टेस्ट के लिए ख़बर आ रही है। उसके लिये मैं स्पष्ट करना चाहता हूं। मैंने कभी भी नाडा अधिकारियों को सैम्पल देने से इनकार नहीं किया, मैंने उनसे अनुरोध किया कि वे मुझे जवाब दें कि उन्होंने पहले मेरा सैम्पल लेने के लिए जो एक्सपायरी किट लाई थी, उस पर उन्होंने क्या कदम उठाए या क्या कार्रवाई की उसका जवाब दे दीजिये और फिर मेरा डोप टेस्ट ले लीजिए। मेरे वकील विदुष सिंघनिया इस पत्र का जवाब समय अनुसार देंगे।’
विडियो में पूनिया नाडा अधिकारियों द्वारा लाई गई सैम्पल किट दिखा रहे हैं। विडियो में पूनिया अपने डॉक्टरों की टीम के साथ बैठे हैं। इस दौरान दिग्गज पहलवान ने कहा, ‘नाडा वाले डोप टेस्ट लेने आए हैं। फिर कहेंगे खिलाड़ी ने डोप खाया है। ये किट देखो ये 23 फरवरी 2023 को एक्सपायर हो चुकी है।’ इसके बाद पूनिया अगली किट उठाते हैं और कहते हैं कि ये 2023 के छठे महीने में एक्सपायर हुई है।
ऐसे एक – एक कर पूनिया किट के कई उपकरण दिखाते हैं जो या तो एक्सपायर हो गए हैं और या फिर होने वाले हैं। पूनिया ने कहा, ‘ना तो कोई टूर्नामेंट खेला है मैंने। सिर्फ सर्जरी कराई थी और जब से प्रोटेस्ट में बैठा हूं, ये लोग आठ बार सैम्पल ले चुके हैं। अगर सैम्पल नहीं दो तो बैन लगा देते हैं। ये एक्सपायरी किट हमने देख ली क्योंकि हमारे पास डॉक्टरों की टीम है। किसी जूनियर बच्चे के साथ ऐसा करते तो वे चेक भी नहीं करता।’
इसके बाद पूनिया ने सैम्पल लेने आए अधिकारी से कहा, ‘मैं आपको कुछ नहीं बोल रहा। लेकिन आपके ऊपर जो मगरमच्छ बैठे हैं न, जो जबरन फसाना चाहते हैं। वो ये काम कर रहे हैं। मैं नाम नहीं बताऊंगा एक लड़की जो केस में है और अभी तक नहीं टूटी। उसको ब्रिज भूषण के लोगों ने बोला है कि डोप वाले आए होंगे। उसको जबरन डोप में फसाया गया। क्योंकि वो ब्रिज भूषण के खिलग टूटी नहीं।’
ओलंपिक मेडलिस्ट ने आगे कहा, ‘ये किसी को पैसे दे रहे हैं। किसी को डरा रहे हैं। डोप के नाम से डराते हैं। ब्रिज भूषण के लोगों को कैसे पता कि घर पर डोप वाले आते हैं। 20 22 साल की उस लड़की का शुरू होने से पहले ही करियर खत्म कर दिया। सिर्फ एक राजनीति के चक्कर में, अभी जूनियर से सीनियर में आई है। ये वीडियो में आज सोशल मीडिया पर डालूँगा। नाडा पहले भी भ्रष्टाचार में फंसा था। बहुत सालों के बाद वाडा ने इसे बहाल किया। अब दोबारा वही हरकत करने लगा। क्योंकि ये चलता है पैसों के इशारों पर। सारे खिलाड़ी डोप के समय ध्यान रखें।
बता दें सोनीपत में आयोजित ट्रायल्स के दौरान बजरंग पूनिया ने यूरीन का सैम्पल देने से इनकार कर दिया था। ऐसे में अब जब तक पूनिया का निलंबन नहीं हटाया जाता तब तक वह किसी भी टूर्नामेंट या ट्रायल्स में भाग नहीं ले पाएंगे। ऐसे में अगर बजरंग पर से समय रहते निलंबन नहीं हटाया गया तो नाडा का यह फैसला बजरंग पूनिया का ओलंपिक का सपना भी तोड़ सकता है। बजरंग ने टोक्यो ओलंपिक में ब्रोंज मेडल जीता था।