इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूएन में भारत को झटका देने के लिए नई रणनीति पर काम कर रहे हैं। संयुक्त महासभा के सत्र को संबोधित करने के लिए अमरीका रवाना होने से पहले नवाज शरीफ हुर्रियत और अलगाववादी नेताओं से विचार विमर्श करेंगे। सत्र के दौरान नवाज शरीफ के कश्मीर मुद्दा उठाने की भी संभावनाएं हैं।
पीओके के प्रधानमंत्री रजा फारूक हैदर ने कहा कि न्यूयॉर्क रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नवाज शरीफ शुक्रवार को यहां मुजफ्फराबाद आएंगे। संयुक्त राष्ट्र सत्र में अपने भाषण पर वह कश्मीरी नेतृत्व से सलाह करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पीओके के सांसदों के साथ अलग बैठक करेंगे और ऑल पार्टिज हुर्रियत कांफ्रेंस की पीओके शाखा के प्रतिनिधिमंडल से भी मिलेंगे।
एक पाकिस्तानी अखबार ने लिखा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में 21 सितंबर को दिए जाने वाले अपने भाषण की सामग्री पर प्रधानमंत्री कश्मीरी नेतृत्व को विश्वास में लेना चाहते हैं। हैदर ने कहा कि इससे नियंत्रण रेखा के उस पार सकारात्मक संदेश जाएगा।
नवाज शरीफ पीओके के नेताओं से और हुर्रियत के पीओके चैप्टर के प्रतिनिधियों से अलग-अलग मीटिंग करेंगे। गौरतलब है कि उन्हें 21 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना भाषण देना है। इससे पहले वह पीओके और हुर्रियत के नेताओं को अपने भरोसे में लेना चाहते हैं। हैदर का कहना है कि ऐसा करके नवाज भारत को एक कठोर संदेश देना चाहते हैं। यूएन महासभा में शामिल होने के लिए वह कल पाकिस्तान से रवाना होंगे। गौरतलब है कि बकरीद के मौके पर भारत को चिढ़ाते हुए नवाज शरीफ ने त्योहार को कश्मीर के सर्वोच्च बलिदानियों को समर्पित किया।
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